पेरिस ओलंपिक 2024 में डिस्क्वालिफाई किए जाने के साथ ही भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने सन्यास ले लिया है। लेकिन, बावजूद इसके एक विनर के तौर पर उनका स्वागत किया जा रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उनका एक मेडलिस्ट के तौर पर ही स्वागत करने का ऐलान किया है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार एक ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान देती है, वही सम्मान उन्हें भी दिया जाएगा। सीएम नायब सिंह सैनी ने विनेश फोगाट को लेकर कहा कि हमारी बेटी विनेश फोगाट ने जबरदस्त प्रदर्शन करके ओलंपिक फाइनल में प्रवेश किया था। किन्हीं कारणों से वो भले ही ओलंपिक का फाइनल खेल पाई हों, लेकिन वो हम सबके लिए वो चैम्पियन हैं।
उल्लेखनीय है कि महिलाओं की 50 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में फाइनल से पहले अधिक वजन होने के कारण उन्हें ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसी के बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ एब्रीट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में अपील की थी।
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गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले 6 करोड़ रुपए, सिल्वर जीतने वाले को चार करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले ढाई करोड़ रुपए का इनाम देती है। जबकि, ओलंपिक में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को भी 15 लाख रुपए दिए जाते हैं। इसके साथ ही मेडल के हिसाब से ग्रुप A, B या C के तहत सरकारी नौकरी दी जाएगी।
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सेमीफाइल में जीती थीं विनेश फोगाट
इससे पहले विनेश फोगाट ने ओलंपिक के कुश्ती सेमीफाइनल में 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल इवेंट के सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर यूसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से करारी शिकस्त दे दी थी।
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