विजय गाथा: कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुम: अदम्य साहस, वीरता और बलिदान की गाथा
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम रक्षा

विजय गाथा: कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुम: अदम्य साहस, वीरता और बलिदान की गाथा

कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुम का नाम भारतीय सेना के उन वीर सपूतों में शामिल है जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की और अपने अदम्य साहस का परिचय दिया।

by Mahak Singh
Aug 7, 2024, 05:49 pm IST
in रक्षा
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुम का नाम भारतीय सेना के उन वीर सपूतों में शामिल है जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की और अपने अदम्य साहस का परिचय दिया। उनके जीवन और बलिदान की गाथा हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुम का नाम भारतीय सेना के उन वीर सपूतों में शामिल है जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की और अपने अदम्य साहस का परिचय दिया। उनके जीवन और बलिदान की कहानी हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुम का जन्म 7 मार्च 1975 को शिलांग, मेघालय में हुआ था। एक सामान्य परिवार में जन्मे कैप्टन क्लिफर्ड की प्रारंभिक शिक्षा शिलांग में ही हुई। उनके भीतर बचपन से ही देशभक्ति और सेवा की भावना थी। उनकी शिक्षा और चरित्र निर्माण में उनके परिवार और समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

सेना में प्रवेश

कैप्टन क्लिफर्ड ने ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए), चेन्नई से अपनी सैन्य शिक्षा प्राप्त की। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने 5 सितंबर 1997 को 12 जम्मू एवं कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (12 जैक लाई) में कमीशन प्राप्त किया। यह बटालियन उस समय सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थी, जहां का मौसम और परिस्थिति अत्यंत कठिन होती है।

सियाचिन से बटालिक सेक्टर तक

ग्लेशियर पर अपनी सेवा के बाद, कैप्टन क्लिफर्ड की बटालियन को ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत बटालिक सेक्टर में तैनात किया गया। यह ऑपरेशन विजय (कारगिल युद्ध) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसमें भारतीय सेना ने अद्वितीय वीरता का प्रदर्शन किया।

ऑपरेशन विजय और पॉइंट 4812

12 जैक लाई की चार्ली कंपनी को दुश्मन के कब्जे वाली महत्वपूर्ण पॉइंट 4812 पर कब्जा करने का कार्य सौंपा गया। यह क्षेत्र बटालिक सेक्टर में स्थित था और इसकी चढ़ाई बेहद कठिन और खतरनाक थी। कैप्टन क्लिफर्ड को इस क्षेत्र पर दक्षिण-पूर्व दिशा से हमला करने की जिम्मेदारी दी गई।

कैप्टन क्लिफर्ड की वीरता

दुश्मन ने सुरक्षित बंकरों और चट्टानों में अपनी स्थिति मजबूत कर ली थी, जिससे भारतीय सेना को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। कैप्टन क्लिफर्ड ने स्थिति का गहन विश्लेषण किया और पाया कि दुश्मन की किलेबंदी पर उनकी फायरिंग बेअसर हो रही थी। उन्होंने अपनी सुरक्षा की परवाह न करते हुए अपने सैनिकों का नेतृत्व किया और दुश्मन के बंकरों में ग्रेनेड फेंके। उनकी इस कार्रवाई में दुश्मन के छह सैनिक मारे गए।

अंतिम बलिदान

गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद, कैप्टन क्लिफर्ड ने सुरक्षित बाहर निकाले जाने से इंकार कर दिया और अंतिम क्षण तक दुश्मन पर फायरिंग करते रहे। उनकी इस कार्रवाई ने उनके साथियों को पॉइंट 4812 पर कब्जा करने के लिए महत्वपूर्ण समय प्रदान किया। उनके अदम्य साहस, दृढ़ संकल्प और प्रबल पराक्रम ने भारतीय सेना की गौरवशाली परंपरा को बरकरार रखा।

महावीर चक्र से सम्मानित

कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुम ने 1 जुलाई 1999 को अपने देश की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त की। उनके अतुलनीय साहस और बलिदान के लिए उन्हें स्वतंत्रता दिवस 1999 के अवसर पर (मरणोपरांत) महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। यह सम्मान भारतीय सेना का दूसरा सबसे बड़ा युद्ध सम्मान है, जो उनके अद्वितीय साहस और बलिदान को मान्यता देता है।

 

 

Topics: कैप्टन केशिंग क्लिफर्ड नोंगुमभारतीय सेनाकारगिल युद्धऑपरेशन विजयविजय गाथाकारगिल की लड़ाई
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

कैप्टन विक्रम बत्रा

कैप्टन विक्रम बत्रा: ‘तिरंगा लहराकर आऊंगा या उसमें लिपटकर, पर आऊंगा जरूर’

Apache Helicopter

भारत की सैन्य ताकत में इजाफा: इसी माह भारत पहुंचेगी AH-64 अपाचे हेलिकॉप्टर की पहली खेप

अमर बलिदानी कैप्टन मनोज पांडेय

‘मेरे कर्तव्य मार्ग पर मौत भी आती है तो शपथ लेता हूं कि उसे भी मार दूंगा’, कैप्टन मनोज पांडेय की वो डायरी

जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों की हर गतिविधि पर रख रहे हैं नजर (फाइल फोटो)

भारतीय सेना ने जैश की घुसपैठ की साजिश नाकाम की, दो आतंकी ढेर, गाइड को दबोचा

Indian Army video on Operation Sindoor

Operation Sindoor: भारतीय सेना की पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी: ‘दोबारा जुर्रत की तो घर में घुसकर मारेंगे’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies