लखनऊ । मंगलवार को पीलीभीत में बाढ़ में फंसे 7 लोगों को एयरफोर्स टीम द्वारा एयरलिफ्ट कर रेस्क्यू किया गया। इस दौरान मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। वर्तमान में नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद छोड़े गये पानी और उत्तराखंड से आए पानी से प्रदेश के 10 जिले प्रभावित हैं। यहां पर युद्धस्तर पर राहत कार्य किये जा रहे हैं। क्षतिग्रस्त फसलों का भी सर्वे कराया जा रहा है।
राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि पीलीभीत में बाढ़ से 5 तहसील के 252 गांव प्रभावित हैं। यहां पानी का स्तर घट रहा है। राज्य इमरजेंसी सेंटर को सूचना मिली कि पीलीभीत के ग्राम बिनौरा में कुछ लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। इस पर जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। इसके बाद बाढ़ में फंसे 7 लोगों को एयरलिफ्ट ऑपरेशन के माध्यम से सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। एयरलिफ्ट ऑपरेशन के जरिये रामआसरे, मुजफ्फर, सहबर, साहिल, रेबान, क्षत्रपाल और जागेश्वर को सुरक्षित बचाया गया। इसके अलावा बाढ़ में फंसे अन्य 7365 लोगों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
इस दौरान मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। यहां पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की एक-एक टीम और पीएसी की 2 टीम तैनात है। इसके अलावा एसएसबी की एक टीम द्वारा रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है। यहां पर राहत कार्यों में 37 नाव लगी हैं। 23 शरणालय स्थापित किये गये हैं, जिनमें 261 लोग रह रहे हैं। सभी को कम्युनिटी किचन के माध्यम से खाना खिलाया जा रहा है। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित गांवों में 3130 लंच पैकेट वितरित किये गये।
इसी तरह लखीमपुर खीरी की 5 तहसील के 41 गांव प्रभावित है। यहां पर एनडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिये 221 लाेगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इसके अलावा निघासन के ग्राम मुर्गाहा में फंसे 12 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
गाेंडा में बाढ़ से 3 गांव की फसल प्रभावित हुई है। यहां पर क्षतिग्रस्त फसल का सर्वे कर रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करा दी गयी है। बलरामपुर की 3 तहसील के 20 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। फिलहाल यहां पर स्थिति सामान्य है। राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम तैनात है।
श्रावस्ती में 2 तहसील के 82 गांव प्रभावित हैं। यहां पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम राहत कार्यों में लगी हुई है। फिलहाल स्थिति अभी सामान्य है।
कुशीनगर की 2 तहसील के 16 गांव प्रभावित हैं। यहां पर राहत कार्यों में एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम तैनात है।
सिद्धार्थनगर की तहसील शोहरतगढ़ के एक गांव की फसल प्रभावित है। यहां क्षतिग्रस्त फसल की सर्वे रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है।
बस्ती में तहसील हरैया का एक गांव प्रभावित है। इससे 35 परिवार के 150 लोग प्रभावित हैं। ऐसे में ग्रामीणों के आवागमन के लिए 4 नाव लगा दी गयी है।
इसी तरह शाहजहांपुर की एक तहसील के एक गांव की फसल प्रभावित हुई। यहां पर क्षतिग्रस्त फसल का सर्वे किया जा रहा है। यहां पर 8 परिवार के 42 लोग बाढ़ में फंसे थे। सभी को नाव द्वारा सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। सभी को पंचायत भवन परचड़ में सुरक्षित रखा गया है। यहां खाने की भी व्यवस्था की जा रही है।
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