पाकिस्तान के हैदराबाद से एक विचलित कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां संपत्ति विवाद के चलते एक हैवान चाचा ने अपनी भतीजी और भाभी को दीवार में जिंदा चुनवा दिया। पाकिस्तानी चैनल एआरवाई ने इसका वीडियो भी शेयर किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दुखद घटना हैदराबाद के लतीफाबाद नंबर 5 में हुई। यहां रहने वाली तस्लीम जहां के शौहर की 20 साल पहले मौत हो गई थी। उसके देवर सुहैल ने अपनी बीवी और बेटों की मदद से तस्लीम जहां और उसकी 14 वर्षीय बेटी दुआ को एक कमरे में कैद करके दीवार में चुनवा दिया। ये दोनों यहां लगभग 28 घंटे तक भूख और प्यास से तड़पती रहीं, लेकिन सुहैल को इन पर रहम नहीं आई। पड़ोसियों की मदद से उन्हें बचाया जा सका।
तस्लीम ने बताया कि वह अपने घर में अपनी बेटी दुआ के साथ रहती है। घर के एक हिस्से में उसका देवर सुहैल अपने परिवार के साथ रहता है। सुहैल कुछ वर्षों से तस्लीम जहां और उसकी बेटी दुआ को परेशान कर रहा था। शुक्रवार (28 जून, 2024) को उसने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर उन्हें और उनकी बेटी को पहले एक कमरे में कैद किया।
इसके बाद पहले से ही से लाकर रखी गई ईंटों और सीमेंट से दीवार बना दी, जिसकी वजह से मां-बेटी को कई घंटों तक भूखे-प्यासे यहां बंद रहना पड़ा। इसके कुछ समय जब पड़ोसियों को यह पता चला कि सुहैल ने तस्लीम और उसकी बेटी को दीवार में चुनवा दिया है, तो उन्होंने बिना देर किए पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस के साथ मिलकर पड़ोसियों ने दीवार तोड़ी और उन्हें बचाया।
पीड़िता ने कहा, “हमें पानी, बिजली और गैस के बिना यहां कैद किया गया। मेरे देवर ने हमें लगातार डर और अभाव में जीने को मजबूर कर दिया।” उन्होंने सुहैल पर लगातार उत्पीड़न का भी आरोप लगाया। महिला ने दावा किया कि उसके पास उनके घर के कागज हैं। तस्लीम की शिकायत पर पुलिस ने सुहैल, उसकी बीवी और एक अन्य रिश्तेदार सहित तीन व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है। इन पर घर पर अवैध कब्जा करने, मां-बेटी को बंधक बनाने और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. फारुख लिंजर ने बताया कि मां-बेटी की हत्या के मकसद से उन्हें दीवार में चुनवाने वाले आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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