हरिद्वार । सनातन गंगा नगरी में लाखों श्रद्धालुओं ने पावन गंगा में आज अपनी आस्था की डुबकी लगाई, गंगा दशहरे के अवसर पर बीती रात से ही लाखो की संख्या में तीर्थ यात्रियों का आना शुरू हो गया था। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि स्वर्ग से धरती पर आज ही दिन गंगा को भागीरथ, भगवान शिव की तपस्या करके लाए थे।
गंगा पूरे उत्तर भारत की जीवन दायनी माना जाता है, इस लिए गंगा के प्रति लोगो के मन में श्रद्धा भाव रहते आए है। ये भी कहा जाता है कि गंगा भगवान शिव की जटाओं से कैलाश पर्वत से निकलते हुए धरती पर आती है। इसलिए उसमे स्नान करना भगवान शिव के प्रति भी आस्था प्रकट करना है, गंगा का पानी अमृत समान पवित्र माना गया है।
जाम ही जाम
गंगा दशहरे और चारधाम यात्रा के लिए उमड़ी श्रद्धालुओ की भीड़ ने ऋषिकेश से हरिद्वार तक कई किमी लंबे जाम के हालात पैदा कर दिए है। हरिद्वार और ऋषिकेश पुलिस प्रशासन के द्वारा बनाई गई सारी व्यवस्थाएं धड़ाम हो गई है। तीन दिन का अवकाश होने के कारण पहाड़ो की तरफ जाने वाले पर्यटक भी जाम में फंसते दिखाई दिए। मसूरी धनौल्टी टिहरी झील की तरफ जाने वाले पर्यटकों का अधिकांश समय जाम में ही बीत गया, भीषण गर्मी झेल रहे यात्री भी खासे परेशान रहे जबकि व्यवस्था में लगे ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी तेज धूप में पसीना पौंछते रहे।
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