लखनऊ : काफी इंतजार के बाद लखनऊ के अकबरनगर का अवैध कब्जा हटाया जा रहा है. कई महीने से यह मामला न्यायालय में लंबित था. अब लखनऊ में कुकरैल नदी पर अवैध तरीके से बसाए गए अकबरनगर प्रथम और द्वितीय को ध्वस्त किया जा रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने ध्वस्तीकरण का रास्ता बनाने के लिए अयोध्या मार्ग के दोनों ओर व्यावसायिक निर्माण को गिरा दिया और उसके मलबे को भी हटा दिया है. पूरा अकबरनगर धवस्त किया जा रहा है. अकबरनगर प्रथम और द्वितीय के धवस्तीकरण की कार्रवाई सोमवार को शुरू की गई थी. इस बस्ती में लगभग 1200 अवैध अवैध मकान हैं, सभी को ध्वस्त किया जा रहा है.
कुकरैल नदी की जमीन पर कब्जा कर अवैध ढंग से अकबर नगर प्रथम और अकबर नगर द्वितीय बसाया गया था. इस बस्ती में रहने वाले लोगों को प्राधिकरण ने ध्वस्तीकरण का नोटिस दिया था. उसके बाद गत 11 मार्च को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अकबरनगर में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की थी. न्यायालय के आदेश पर तीन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को ध्वस्त किया गया था. इनमें एक दुकान सड़क पर थी और दो दुकान गली में थी. गली के अन्दर की दुकान के ध्वस्तीकरण के समय वहां पर हंगामा हुआ था. प्रशासन ने अकबरनगर में रह रहे इमरान के परिवार को घर खाली करने के लिए कहा था. प्रशासन के विरोध में महिलाओं ने इमरान के घर के सामने धरना दिया था और विरोध – प्रदर्शन करने लगी थीं. दरअसल इमरान ही अकबरनगर में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को रुकवाने के लिए न्यायालय में पैरवी कर रहा था. इसके बाद कुछ समय के लिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रुक गई थी. इस बस्ती में रहने वाले लोगों ने उच्चतम न्यायालय तक मुकमदा लड़ा मगर कहीं से कोई राहत नहीं मिल पाई.
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