पूरे देश भर में चुनाव का माहौल चल रहा है लेकिन इस दौरान भी उपद्रवी तत्व हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। झारखंड के सिमडेगा जिले के कुरडेग थाना क्षेत्र के अंतर्गत करम टोली दुर्गा मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की बहुत पुरानी अष्टधातु की प्रतिमा 25 अप्रैल को चोरी कर ली गई है। जैसे इसकी जानकारी गांव वालों को मिली तो वे लोग आक्रोशित हो गए और उपद्रवियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग करने लगे।
गांव वालों ने बताया कि जब वे लोग पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे तो देखा कि मंदिर का ताला टूटा हुआ है और मूर्ति वहां से गायब है । इसके बाद आसपास के ग्रामीणों को जानकारी दी गई। ग्रामीणों ने पुलिस को बुलाया और सारे घटनाक्रम की जानकारी दी गई। इस दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रखंड पदाधिकारी गौरी शंकर शर्मा, थाना प्रभारी विनायक पांडे आदि पहुंचे और जांच में जुट गए। पुलिस का कहना है कि वे लोग जल्द ही मूर्ति चोरों को पकड़ लेंगे और मूर्ति को फिर से स्थापित कर दिया जाएगा। तब तक प्रशासन की ओर से ग्रामीणों के आक्रोश को शांत करने का प्रयास किया जा रहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी वर्ष 2018 में इसी मंदिर से मूर्ति की चोरी हुई थी। बाद में वह मूर्ति पास की कुरडेग नदी से बरामद की गई थी।
ऐसी घटना सिर्फ एक क्षेत्र की नहीं है, बल्कि 22 अप्रैल को जामताड़ा जिले से भी ऐसी ही खबर आई थी। जामताड़ा और पश्चिम बंगाल की सीमा पर एक काली मंदिर में रखी प्रतिमा को खंडित कर दिया गया था। प्रशासन का कहना था कि लोकसभा चुनाव के दौरान सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की साजिश हो सकती है।
हालांकि प्रशासन ने यह तो कह दिया कि चुनाव के महीने में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने का प्रयास किया जा रहा है, इसके बाद भी प्रशासन किसी को पकड़ नहीं पाया है।
पिछले तीन-चार वर्षो में कई मंदिरों पर हमले किए गए। कहीं पर मूर्तियों को खंडित कर दिया गया तो कहीं पर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। इसके बावजूद प्रशासन संवेदनशील इलाकों में लापरवाह दिखाई देता है। कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने जिन्हें पकड़ा उन्हें मानसिक विक्षिप्त बता दिया जाता है तो कभी झारखंड की पुलिस आरोपियों तक पहुंच ही नहीं पाती है। कुल मिलाकर प्रदेश में असामाजिक तत्व खुलेआम हिंदू मंदिरों को निशाने में रखते हैं और प्रशासन कार्रवाई के नाम पर कागजी घोड़े दौड़ाता रहता है।
अब देखना यह है कि सिमडेगा मामले में भी प्रशासन चोरों को पकड़ पाती है या फिर मामला फाइलों में दबाकर ही दम तोड़ देगा।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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