पंजाब की राजनीति में बहुचर्चित बेअदबी कांड की जांच करने वाले जस्टिस जोरा सिंह ने आम आदमी पार्टी को करंट दिया है और उन्होंने फरीदकोट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
फरीदकोट जिले के बरगाड़ी इलाके में गुरु ग्रन्थ की हुई बेअदबी की घटनाओं ने एक बार पंजाब के राजनीतिक व सामाजिक वातावरण को काफी तनावपूर्ण बना दिया था। इन मामलों में पहला जांच आयोग न्यायाधीश जोरा सिंह के नेतृत्व में ही बना था। 24 दिसंबर 2018 को न्यायाधीश जोरा सिंह ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली थी और उन्हें विश्वास दिलवाया गया था कि पंजाब में आप की सरकार आते ही दोषियों को सजा दिलवाई जाएगी परन्तु मामला अभी तक वहीं का वहीं है।
अब न्यायाधीश जोरा सिंह ने कहा कि अकाली और कांग्रेस की तरह ही आम आदमी पार्टी भी जुमला पार्टी निकली। अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने पार्टी में शामिल करवाते समय वायदा किया था कि कमीशन की रिपोर्ट के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी, पर नहीं की। अब वह लोगों के बीच अपनी बात लेकर जाएंगे। पूर्व में कमेडियन रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान का नाम लिए बिना जोरा सिंह ने कहा कि लोग चुटकुले सुनना पसंद नहीं करते। जो वायदे करे उसे पूरा करने वाली पार्टी को ही पसंद करते हैं।
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