नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2022 के बम धमाका मामले की जांच के दौरान पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदनीपुर जिले के भूपतिनगर में कल की गई कार्रवाई को सही, वैध और कानूनी रूप से जरूरी बताया है। एजेंसी का कहना है कि नरुएबिला गांव में छापेमारी के दौरान अनियंत्रित भीड़ ने उनकी टीम पर अचानक और अकारण हमला किया था।
मामले में बने विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए एजेंसी ने अवैध कार्रवाई करने के लगाए गए आरोपों को खारिज किया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को की गई कार्रवाई के बाद जिला पुलिस ने एनआईए अधिकारियों के खिलाफ दुराचार की धाराओं में मामला दर्ज किया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने एक रैली में इसका मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि एजेंसी ने आधी रात को पुलिस को बताए बिना कार्रवाई क्यों की।
एजेंसी का कहना है कि मामले के आरोपित मनोव्रत जना को गिरफ्तार कर कानूनी प्रक्रिया के तहत स्थानीय पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था कि तभी भीड़ ने उनके अधिकारियों पर हमला किया। इसमें एक अधिकारी को चोट आई है और आधिकारिक गाड़ी को नुकसान पहुंचा है। इस संदर्भ में पुलिस में हमलावरों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है।
एजेंसी का कहना है कि दिसंबर 2022 में देशी बम बनाने के दौरान हुए ब्लास्ट मामले की जांच जून 2023 में कलकत्ता हाईकोर्ट के कहने पर मामला दर्ज किया गया था। शनिवार को इस मामले में दो लोगों को मनोव्रत जना और बैलीचरण मैती को गिरफ्तार किया गया था। वे लगातार एजेंसी के बुलाए जाने पर जांच में शामिल नहीं हो रहे थे।
एक विशेष अदालत के कहने पर एजेंसी ने शनिवार को कार्रवाई की थी। कार्रवाई के दौरान एजेंसी के अधिकारियों के अलावा केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवान जिनमें महिलाएं भी शामिल थी और स्वतंत्र पर्यवेक्षक मौजूद थे।
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