दिल्ली आबकारी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने BRS की नेत्री और केसीआर की बेटी के. कविता को लेकर बड़ा दावा किया है। ईडी का कहना है कि शराब नीति में लाभ पाने के लिए के. कविता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर साजिश रची थी और इसके बदले उन्हें 100 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया था।
गिरफ़्तारी के बाद ईडी ने जारी किया बयान
ईडी ने ये बयान के. कविता की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले को लेकर जारी किया है। दरअसल भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख केसीआर की बेटी एवं एमएलसी के. कविता के घर पर 15 मार्च दिन शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग ने संयुक्त रूप से छापा मारा था। जिसके बाद उन्हें हिरासत में लेने बाद गिरफ्तार कर लिया था। छापेमारी की यह कार्रवाई दिल्ली आबकारी घोटाला के संबंध में की गई थी।
कार्रवाई में रिश्तेदारों ने डाली बाधा
ईडी ने अपने बयान में बताया कि 15 मार्च को जब के. कविता के हैदराबाद स्थित ठिकाने पर छापेमारी की गई तो इस कार्रवाई में के. कविता के रिश्तेदारों ने बाधा डालने की कोशिश की थी। हालांकि बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और नई दिल्ली में विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 7 दिनें की हिरासत में भेज दिया गया।
1 प्रॉसिक्यूशन और 5 सप्लीमेंट्री शिकायतें दर्ज
ईडी ने बताया है कि उसने इस मामले में अभी तक 1 प्रॉसिक्यूशन शिकायत और 5 सप्लीमेंट्री शिकायतें दर्ज की हैं। इसके अलावा अपराध से प्राप्त आय में से अब तक 128.79 करोड़ रुपये का पता लगाया जा चुका है।
अब तक 245 जगहों पर छापेमारी और 15 की गिरफ्तारी
ईडी के अनुसार शराब घोटाला मामले में अब तक देश भर में 245 जगहों पर छापेमारी की गई है जिनमे दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई सहित अन्य स्थान शामिल है। वहीं अब तक इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और विजय नायर समेत 15 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
लगातार 9 बार समन फिर भी पेश नहीं हुए केजरीवाल
वहीं आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी इस मामले में पूछताछ करने के लिए लगातार 9 समन भेज चुकी है। लेकिन केजरीवाल अभी तक किसी भी समन पर पेश नहीं हुए हैं। आज भी 9वें समन को दरकिनार करते हुए आम आदमी पार्टी की ओऱ कहा गया था कि जब कोर्ट ने इस मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी है तो ईडी ने उन्हें बार-बार समन क्यों भेज रही है।
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