इजरायल हमास युद्ध के 85 दिन बीतने के बाद भी इस युद्ध का कोई परिणाम नहीं निकला है। इस बीच खबर आ रही है कि भूमध्य सागर में तैनात विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड फोर्ड को अमेरिका वहां से हटाने जा रहा है। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब तीन महीने पहले इजरायल पर मल्टी फ्रंट वार के खतरे को देखते हुए अमेरिका ने इसे भूमध्य सागर में तैनात किया था।
यूएसएस गेराल्ड फोर्ड अमेरिकी नेवी का सबसे बड़ा विमानवाहक पोत है। यह न्यूक्लियर एनर्जी से संचालित होता है। यूएसएस गेराल्ड फोर्ड की तैनाती लेबनान, सीरिया या ईरान पर स्वतंत्र रूप से हमले करने के लिए की गई थी। यह विमानवाहक पोत जब भी चलता है तो अपने साथ पांच अतिरिक्त विध्वंसकों के ग्रुप के साथ चलता है। इस अमेरिका के संयुक्त अरब अमीरात स्थित यूएस एय़रफोर्स की भी सहायता प्राप्त है।
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अमेरिकन एबीसी न्यूज ने एक अनाम अधिकारी के हवाले से ये दावा किया है कि सभी विमानवाहक पोत, स्ट्राइक ग्रुप के अन्य जहाज मूल रूप से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अमेरिका लौट जाएंगे, ताकि इन्हें नई तैनाती के लिए तैयार किया जा सके। इसी के तहत गेराल्ड फोर्ड की भी वापसी होगी। हालांकि, बावजूद इसके भूमध्य सागर में अमेरिका के पास काफी ताकत है। रिपोर्ट के मुताबिक, मैडिटरेनियन सी में क्रूजर और विध्वंशकों की तैनाती से अमेरिका अपनी सैन्य उपस्थिति को और भी मजबूत करेगा।
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गौरतलब है कि इजरायल ने जब से हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ा है तभी से लेबनानी आतंकी संगठन हिजबुल्ला, यमन का हूती और ईरान लगातार इजरायल को हमले की धमकी दे रहे थे। इसी खतरे को देखते हुए अमेरिका ने भूमध्य सागर में अपने विमानवाहक पोत को तैनात किया था।
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