भारत के मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को कहा कि बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर दबाव का क्षेत्र तीन दिसंबर तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। इसकी वजह से तमिलनाडु के उत्तरी तटीय जिलों और आंतरिक हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा है कि तूफान 4 दिसंबर की सुबह तक दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु तटों से होते हुए पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच जाएगा। इसके बाद यह लगभग उत्तर की ओर, समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ेगा। 5 दिसंबर की दोपहर के दौरान नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा।
तेज चलेंगी हवाएं
IMD के मुताबिक चक्रवात के कारण 80-90 किमी प्रति घंटे से लेकर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। जानकारी के अनुसार पुदुक्कोट्टई, तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, तिरुवल्लूर, चेन्नई, कांचीपुरम, रानीपेट, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम और कुड्डालोर जिलों में भारी से भारी बारिश होने के आसार हैं।
स्कूल बंद, मछुआरों को भी रोका
मिचौंग तूफान का खतरा तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिक है। चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर सहित तमाम शहरों में बारिश से हालात बेहद खराब हो सकते हैं। स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। चेन्नई के अरक्कोणम शहर में एनडीआरएफ को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। चक्रवाती तूफान की आशंका की वजह से मछुआरों को भी फिलहाल समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है। मिचौंग तूफान को लेकर आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में 17 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है।
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