एक बार फिर सहारनपुर जिले के देवबंद का नाम आतंकियों के मददगार शहर के रूप में चर्चा में आया है। यूपी एटीएस ने जमात उल मुजाहिद्दीन संगठन के गिरफ्तार आतंकी मुफक्किर उर्फ हमीदुल्ला को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इसके बाद देवबंद के 13 युवकों को तलब किया है।
देवबंद में इस्लामिक कट्टरवाद पनपता रहा है। ऐसा जानकारी में आया है कि पिछले कुछ वर्षों से बांग्लादेश के युवकों ने यहां छिपने, मजहबी कट्टरवाद फैला कर मुस्लिम युवकों का ब्रेन वाश करने का काम किया है। इस काम में उन्हें यहां सक्रिय कट्टर इस्लामिक संगठनों और स्लीपर सेल के जरिए मदद मिलती रही है।
देवबंद और उत्तराखंड के पिरान कलियर में मजहबी यात्राओं के जरिए बांग्लादेश के रास्ते यहां कट्टरवादी मुस्लिम युवक अपनी गतिविधियों का संचालन करते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) की रडार पर देवबंद एक बार फिर से आ गया है। यहां से कई बार संदिग्ध आतंकी, बांग्लादेशी, रोहिंग्या भी पकड़े गए हैं। यूपी एटीएस ने कोलकाता जेल से जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े आतंकी मुफक्किर उर्फ हमीदुल्ला को रिमांड पर लिया है, जांच में सामने आया कि सहारनपुर जिले में कई इस्लामिक कट्टरपंथी स्लीपर सेल बने हुए हैं।
पिछले दिनों जेएमबी से जुड़े आठ संदिग्ध आतंकियों को एटीएस ने पकड़ा था। इनमें चार सहारनपुर के रहने वाले थे, जिनमें कामिल नामक युवक देवबंद में रह रहा था।
बीते वर्षों में देवबंद में पकड़े गए संदिग्ध आतंकी
- जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शाहनवाज तेली निवासी कुलगाम (जम्मू-कश्मीर) और आकिब अहमद मलिक निवासी पुलवामा की गिरफ्तारी हुई
- पांच बांग्लादेशियों को पकड़ा, जो यहां लंबे समय यहां रह रहे थे
- संदिग्ध इनामुलक को एटीएस ने गिरफ्तार किया। आरोपी के तार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े मिले थे
- केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व यूपी एटीएस ने देवबंद में एक मदरसे छात्र को पकड़ा था, जो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त था
- स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में चलाए अभियान में एनआईए ने देवबंद से रोहिंग्या छात्र को पकड़ा था
- किराए के मकान में रह रहे दो संदिग्धों को एटीएस ने पकड़ा था, जिनके देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के सबूत मिले थे
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