लखनऊ। प्रयागराज में गाजियाबाद की ही तरह ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से हिंदू बच्चे के कन्वर्जन का मामला प्रकाश में आया है। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बच्चे के परिजनों ने शिकायत में कहा कि हाल के दिनों में उनके बच्चे का व्यवहार काफी बदल गया था और वह ऐसी हरकतें कर रहा था जिसको देखकर घर के लोग अचंभित रह गए थे। वह घर मे कव्वाली सुन रहा था, मजार पर जा रहा था और जालीदार टोपी पहन रहा था।
पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि वह 5 साल से प्रयागराज में रह रही हैं। उसका बेटा ई-रिक्शा चलाता है और ज्यादातर समय घर से बाहर रहता है। वह परिवार के साथ बातचीत बहुत कम करता है। कुछ दिनों से उसकी आदतें काफी बदली हुई थीं। उसने घर में नमाज पढ़ना शुरू कर दिया था।
इसके बाद उसे प्रयागराज जनपद के काल्विन अस्पताल के मनोचिकित्सक को दिखाया गया। मनोचिकित्सक ने जब उससे बातचीत की तो पता लगा कि बच्चा कन्वर्जन की बात कर रहा था। ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिये वह कुछ मुसलमान युवकों के संपर्क में था। काल्विन अस्पताल के मनोचिकित्सक का कहना है कि परिवार बेहद गरीब तबके का है। शुक्रवार को बच्चे की मां उसे लेकर हॉस्पिटल आई थी, यहां पर उसकी काउंसलिंग की गई है। अभी उसकी मनोदशा को देखकर ऐसा लग रहा है कि किसी ने उसके ब्रेनवाश की कोशिश की है, जिसके चलते वह अपने धर्म के बजाय दूसरे मज़हब के रीति-रिवाज को अपनाने की कोशिश कर रहा है।
टिप्पणियाँ