असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की बेलाग कार्यशैली का आखिरकार अमेरिका भी कायल हो गया दिखता है। दुनिया की महाशक्ति कहलाने वाले अमेरिका ने अब इन्हीं मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के सामने एक काम में मदद करने की गुहार लगाई है। यह विषय ऐसा है जिसकी जड़ें दूसरे विश्व युद्ध में कहीं हैं।
दुनिया के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार है, जब दुनिया के सबसे दमदार देश ने भारत के राज्य से सीधे मदद मांगी है। इससे पता चलता है कि हिमंत बिस्व सरमा की ख्याति सात समंदर पार तक जा पहुंची है। उनको लेकर वैश्विक स्तर पर चर्चा चल रही है! भाजपा के कद्दावर और निडर नेताओं में गिने जाने वाले असम के मुख्यमंत्री सरमा खुलकर बोलते हैं और हिंदुत्व से जुड़े विषयों पर बिना संकोच खरी बात रखते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह ही, हिमंत बिस्व सरमा का नाम हिन्दू धर्म की रक्षा करने वाले नेताओं में अग्रणी है। ऐसे में अगर अमेरिका जैसा देश उनके सामने किसी विषय पर मदद मांगे तो खबर तो बेशक बनती ही है। आखिर वह क्या है, जो अमेरिका मुख्यमंत्री सरमा से चाहता है?
विश्व युद्ध में ही अन्य देशों के सैनिकों की ही तरह अमेरिकी के सैनिक भी बड़ी संख्या में मारे गए थे। बताते हैं, असम राज्य उन स्थानों में से एक है जहां की धरती पर अनेक अमेरिकी सैनिकों की जान गई थी। अब अमेरिका एक अभियान के तहत उस काल के अपने मृत सैनिकों की खोज—खबर ले रहा है, उनके अवशेषों की खोज कर रहा है।
असल में अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़ी उसकी एक उलझन को दूर करने में हिमंत बिस्व सरमा से सहयोग की अपेक्षा की है। सब जानते हैं कि हैं 1939 से 1945 के बीच द्वितीय विश्व युद्ध हुआ था। इस युद्ध में अमेरिका की विशेष भूमिका रही थी। युद्धकाल में दुनिया में दो ध्रुव उभरे थे। दुनिया इन दो खेमों में बंटी दिखती थी। द्वितीय विश्व युद्ध ने दुनिया के तमाम देशों पर जबरदस्त कहर बरपाया था।
यही काल था जब अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर एटम बम गिराकर हिंसा का भयावह मंजर प्रस्तुत किया था। उसी विश्व युद्ध में ही अन्य देशों के सैनिकों की ही तरह अमेरिकी के सैनिक भी बड़ी संख्या में मारे गए थे। बताते हैं, असम राज्य उन स्थानों में से एक है जहां की धरती पर अनेक अमेरिकी सैनिकों की जान गई थी। अब अमेरिका एक अभियान के तहत उस काल के अपने मृत सैनिकों की खोज—खबर ले रहा है, उनके अवशेषों की खोज कर रहा है।
The US Consul General also sought our support to help locate the remains of nearly 1,000 American soldiers who lost their lives in Assam since World War I.
I have assured that we will do everything we can in this regard.
@USAndKolkata https://t.co/lDt6Ks5yrM
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 8, 2023
इसी अभियान के अंतर्गत अमेरिका ने अब भारत के असम राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस राज्य की धरती पर मारे गए अमेरिकी सैनिकों के अवशेषों की तलाश करने में उसकी मदद करने को कहा है। इस दृष्टि से कोलकाता स्थित अमेरिकी महावाणिज्य दूत मेलिंडा पावेक ने असम के मुख्यमंत्री से आधिकारिक रूप से मदद मांगते हुए कहा है कि वह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपनी धरती पर मारे गए अमेरिकी सैनिकों के अवशेषों का पता लगाने में अमेरिका सरकार की मदद करें।
कल महावाणिज्य दूत मेलिंडा पावेक ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से भेंट की और अपनी ओर से इस अभियान में मदद देने की गुहार की। बाद में सरमा ने ट्वीट करके इस बारे लिखा, “अमेरिका की महावाणिज्य दूत ने विश्व युद्ध के दौरान असम में मारे जाने वाले करीब एक हजार अमेरिकी सैनिकों के अवशेषों की खोज के लिये मदद मांगी है। मैंने उन्हें आश्वस्त किया है कि इस संबंध में हम जो भी कर सकते हैं, वह करेंगे।”
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