चित्रकूूट जनपद में जल जीवन मिशन योजना के करोड़ों रुपये के पाइप चोरी हो रहे थे। करीब एक वर्ष से यह चोरी के जा रही थी। केंद्र सरकार की योजना है कि हर घर – नल से जल पहुंचाने के है। इस योजना के अंतर्गत पाइप लाइन बिछाई जा रही हैं।
पाइप लाइन को भारी संख्या में सड़कों के किनारे उतार कर रखा जा रहा था। वहां से इसे सुनियोजित ढंग से चोरी कराया जा रहा था। चोरी करने वाले, पाइप को एक कानपुर की कम्पनी को बेच रहे थे। उस कंपनी में चोरी के पाइप को ले जाकर जल जीवन मिशन का नाम हटा कर उसे बाजार में बेच दे रहे थे। पुलिस ने चोरी की पाइप लाइन को बरामद किया है एवं चोरी कर रहे अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि कानपुर देहात के रनिया स्थित डिलाइट इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक बृजकिशोर व कर्मचारी गोपाल राजपूत को पकड़ा गया। इन लोगों की कई सेल कंपनियां हैं। फर्जी जीएसटी नंबर से बिल बनाकर करोड़ों की ठगी कर रहे थे।
चोरी के पाइप को कबाड़ के भाव 30 रुपये किलो में खरीदते थे। जहां पर “जल जीवन मिशन” छपा रहता है पाइप के उतने हस्से को काटकर निकाल देते थे और उसके स्थान पर नया पाइप जोड़ दिया जाता था। फिर उस पर अपनी कम्पनी का नया स्टीकर लगा देते थे। उसके बाद पाइप को 110 रुपये किलो की दर से बेचा जाता था। इस प्रकार के पाइप का निर्माण देश में सिर्फ टाटा, जिंदल व इलेक्ट्रो स्टील ही करती है। इसकी काफी मांग है। इस प्रकार के पाइप की कालाबाजारी भी खूब हो रही है। पुलिस अधीक्षक चित्रकूट वृंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों अभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया गया था। वहां से अभियुक्त जेल भेज दिए गए हैं। दोनों को रिमांड पर लेकर फिर से पूछताछ की जाएगी। अनुमान है कि अभियुक्तों से कुछ और जानकारी मिल सकती है। ।
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