ऋषियों, मुनियों, तपस्वियों, साहित्यकारों और संगीत साधकों की धरती पिछले कई दशक तक विनाशकारी कामों के लिए चर्चा में रहती थी, आज यही भूमि विकास का गढ़ बनने जा रही है। कभी आजमगढ़ का युवक किसी दूसरे शहर जाता था तो लोग किराये पर कमरा देना तो दूर, जिले के नाम से भी चिढ़ जाते थे। अब इस जनपद को विकास की मुख्यधारा में लाने का कार्य तेजी से चल रहा है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को हरिहरपुर में आयोजित जनसभा के दौरान कही। गृहमंत्री अमित शाह के साथ सीएम योगी ने आजमगढ़ में 4585 करोड़ की 117 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में हमारा देश आज नये भारत के रूप में प्रस्तुत हुआ है। इसने विकास, सुरक्षा और समृद्धि का नया मानक तय किया है। उत्तर प्रदेश भी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के विजन के अनुरूप, उन्हीं का अनुसरण करत हुए कार्य कर रहा है। जाति, मत मजहब के नाम पर आजमगढ़ के विकास को अवरुद्ध किया गया था। आजमगढ के सामने पहले पहचान का संकट था। लेकिन आप सबने देखा है कि आज ये जिला पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुड़कर राजधानी लखनऊ से कितना नजदीक हो गया है। पहले आजमगढ़ से लखनऊ पहुंचने में 6 से 7 घंटे लगते थे, आज वहां दो से ढाई घंटे में पहुंच सकते थे। अपने पिछले दौरे में गृहमंत्री ने महाराज सुहेलदेव के नाम पर विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया था। जल्द उसका भव्य भवन बनने जा रहा है। यही नहीं आजमगढ़ की विरासत को सम्मान देने के लिए हरिहरपुर संगीत घराने के नाम से महाविद्यालय का शिलान्यास का कार्य होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ का नाम पहले बम विस्फोट और विनाशकारी कार्यों के लिए आता था। आज इसका नाम विकास के लिए लिया जा रहा है। एक ही बार में 4585 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगत मिल रही है। कहीं हाईवे बन रहे हैं तो कहीं पॉलिटेक्निक, कहीं डिग्री कॉलेज, तो हर घर नल और आवास, शौचालय की योजना का लाभ बिना भेदभाव के मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा नेतृत्व अपने नागरिकों के सुख-दुख में साथ खड़े रहने के साथ ही उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने, उनकी समृद्धि और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेता है। लेकिन स्वार्थी, भ्रष्ट और भेदभाव करने वाले नेता पाकिस्तान जैसी स्थिति पैदा कर देते हैं। दुर्भाग्य से यही स्थिति पहले भारत के अंदर भी लोग करने का प्रयास कर रहे थे। 2014 के बाद भारत नई बुलंदियों को छू रहा है। कोई सोच सकता था कि कश्मीर से धारा 370 हटेगा। आज यह सपना नहीं, बल्कि हकीकत बन चुका है। आज जम्मू कश्मीर हो या पूर्वोत्तर के राज्य हर जगह से अलगाव की भावना को समाप्त करके विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का कार्य चल रहा है। मुझे विश्वास है कि 2024 में भी उत्तर प्रदेश में कमल का फूल खिलेगा।
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