उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा किया। इसके साथ ही उन्होंने लगातार छह वर्ष तक मुख्यमंत्री रहने का कीर्तिमान स्थापित कर लिया
अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा किया। इसके साथ ही उन्होंने लगातार छह वर्ष तक मुख्यमंत्री रहने का कीर्तिमान स्थापित कर लिया। इनसे पहले उत्तर प्रदेश के किसी भी मुख्यमंत्री को ऐसा सौभाग्य नहीं मिला था। बता दें कि 2022 में जब विधानसभा चुनाव हो रहे थे तब कुछ लोग कहा करते थे, ‘‘उत्तर प्रदेश में चुनाव के समय जो भी मुख्यमंत्री रहे, लेकिन मतगणना के बाद उन्हें पदच्युत होना पड़ा है। इसलिए योगी आदित्यनाथ भी दुबारा मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।’’ इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ कहते थे, ‘‘मैं जब से चुनाव लड़ रहा हूं, कभी हारा नहीं हूं, ये सब चिंता छोड़िए, मैं लौटकर आऊंगा।’’ और बिल्कुल यही हुआ। उत्तर प्रदेश के लोगों ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा को एक बार फिर से बहुमत दिया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ 10 मार्च, 2022 को गोरखपुर से लखनऊ आए और 25 मार्च, 20022 को उन्होंने दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- रोजगार व सरकारी नौकरी देने के मामले में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है।
- महिलाओं के विरुद्ध हुए अपराध में सजा दिलाने में 59.1 प्रतिशत की दर से उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है।
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीण और शहरी आवास स्वीकृत एवं निर्मित करने के मामले में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।
- एक जिला, एक खेल योजना के अंतर्गत प्रत्येक जनपद में ‘खेलो इंडिया सेंटर’ की स्थापना की जा रही है।
भाजपा की इस सफलता से बड़े-बड़े राजनीतिक पंडित दंग रह गए थे। वे लोग आज भी इस जीत के कारणों को खोज रहे हैं। दरअसल, 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में विश्वसनीयता का संकट था। सपा की अराजकता से जनता तंग आ चुकी थी। 2002 से 2007 के सपा के शासनकाल में बसपा विधायक राजू पाल और भाजपा विधायक कृष्णा नंद राय की हत्या हुई। उस समय बसपा ने गुंडों का सफाया करने का वादा करते हुए नारा दिया था,‘चढ़ गुंडों की छाती पर,अब मुहर लगेगी हाथी पर।’
ऐसे नारों से जनता ने बसपा पर विश्वास किया। यही कारण है कि 2007 में बसपा की सरकार बनी, लेकिन उससे जल्दी ही लोगों का मोहभंग हो गया। बसपा के नेता चुनाव पूर्व किए अपने वादों को भूल गए। कुख्यात मुख्तार अंसारी के साथ रियायत बरती जाने लगी। ऊपर से भ्रष्टाचार चरम पर। बसपा के नेता और समर्थक भ्रष्टाचार के बल पर ‘मालदार’ होते जा रहे थे। भ्रष्टाचार के कारण बसपा सरकार के अनेक मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा। इसका लाभ सपा ने उठाया और 2012 में उसकी सरकार बन गई।
सपा सरकार में भ्रष्टाचार के साथ-साथ गुंडई भी चरम पर हो गई। इस बीच 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बन गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रसिद्धि देश के कोने-कोने में बढ़ी। इसका लाभ भाजपा को उत्तर प्रदेश में मिला। 2017 में लोगों ने भाजपा को प्रचंड बहुमत दिया। भाजपा नेतृत्व ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया। उस समय कई तरह की बातें की जा रही थीं, लेकिन योगी जी ने अपनी नीतियों और कार्यों से लोगों की आशंकाओं को निर्मूल सिद्ध कर दिया। प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना कहते हैं, ‘‘2017 से 2022 तक हमारी सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’ के साथ कार्य किया। यही कारण है कि 2022 में भी जनता ने हमें पूर्ण बहुमत दिया। हमने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की है। भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई गई है।’’
योगी सरकार ने अपराध पर जबर्दस्त नियंत्रण पाया है। यह बहुत मुश्किल काम था। एक बार रामगोपाल यादव ने सपा सरकार का बचाव करते हुए कहा था, ‘‘अरे भाई, उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश है।’’ मुलायम सिंह यादव ने कहा था, ‘‘लड़के हैं, गलती हो जाती है।’’ इसके उलट शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘अपराधी सुधर जाएं या प्रदेश छोड़ दें, नहीं तो उनके लिए दूसरी जगह भी है।’’
उनकी कड़ाई का ही नतीजा है कि आज अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी सरीखे माफिया को सजा हो चुकी है। 1979 में अतीक के खिलाफ पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। अब तक उस पर 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। लेकिन पहली बार उसे सजा मिली है। यह योगी राज का चमत्कार है।
अब तक 36 माफिया और उनके गुर्गों को सजा मिल चुकी है। 62 माफिया की 2,200 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को जब्त और ध्वस्त किया गया है। सबसे कम समय में सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफिया के 860 गुर्गों के खिलाफ 396 मुकदमे दर्ज कर 400 से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। 174 पर गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर में 355 और 13 आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है और 310 शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त किए हैं। ड्रग माफिया के खिलाफ पुलिस ने 2833 संदिग्ध आरोपियों को चिह्नित कर 2479 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की और 2277 पर मुकदमे दर्ज किए।
प्रदेश में सड़कों का भी जाल बिछ रहा है। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता कहते हैं, ‘‘1,225 किलोमीटर तक फैले एक्सप्रेस-वे प्रदेश के विकास को गति दे रहे हैं। आने वाले समय में छह नए एक्सप्रेस-वे बनने वाले हैं। पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों वाले उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सभी मंडलों को हवाई मार्ग से जोड़ने की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम कर रही है।’’
इसी प्रकार स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य हो रहा है। प्रदेश के सभी 4,600 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ‘हेल्थ एटीएम’ लगाए जा रहे हैं। 65 जिलों में मेडिकल कॉलेज के अलावा गोरखपुर-रायबरेली में एम्स का संचालन किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड के जरिए 6.51 करोड़ प्रदेशवासियों को 5,00,000 रुपए तक का बीमा कवर किया जा चुका है।
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में रोजगार मेले के जरिए 93,000 से अधिक युवाओं को रोजगार मिला, जबकि करिअर काउंसिलिंग में 1.42 लाख से अधिक को मार्गदर्शन। प्रदेश में 119 राजकीय महाविद्यालयों में ई-लर्निंग पार्क विकसित किए गए हैं। 87 राजकीय महाविद्यालयों में ‘स्मार्ट क्लासेज’ की व्यवस्था हो चुकी है, तो प्रदेश के 27 विश्वविद्यालयों द्वारा राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के साथ 111 अनुबंध किए गए हैं। 26 नवीन राजकीय पॉलीटेक्निक स्वीकृत किए जा चुके हैं, तो 24 निर्माणाधीन हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी में 1,600 करोड़ रुपए की नौ परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही करीब 180 करोड़ रुपए की अन्य 19 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसमें बाबतपुर हवाई अड्डे पर एटीसी भवन, सारनाथ में नई सीएचसी, राजघाट प्राथमिक विद्यालय, पीएसी में बहुद्देशीय भवन आदि शामिल हैं।
भविष्य की जरूरतों को देखते हुए युवाओं को एविएशन और ड्रोन तकनीक में निपुण बनाया जा रहा है। खेलों में भी युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी बनाने का निर्णय लिया गया। एक जिला, एक खेल योजना के अंतर्गत प्रत्येक जनपद में ‘खेलो इंडिया सेंटर’ की स्थापना की जा रही है। प्रदेश में ‘खेलो इंडिया’ की 15 परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और शहरी में आवास स्वीकृत एवं निर्मित करने के मामले में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। उज्ज्वला योजना में 1.75 करोड़ पात्र परिवारों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन, स्वच्छ भारत मिशन में 2.61 करोड़ शौचालय का निर्माण, सौभाग्य योजना में 1.58 करोड़ नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन, प्रधानमंत्री जन धन योजना में 8.56 करोड़ खाते खोलना, इन सबमें उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है।
मनरेगा के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। पीएम स्वनिधि योजना में ‘स्ट्रीट वेंडर्स’ को 1190 करोड़ रुपए का ऋण देकर उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। गन्ना, चीनी, आलू, हरी मटर, आम, दूध और तिलहन उत्पादन में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। डीबीटी के माध्यम से भुगतान करने के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है।
131 करोड़ पौधारोपण कर यह राज्य पहले स्थान पर है। 96 लाख से अधिक सूक्ष्म एवं लघु उद्योग की इकाइयों की स्थापना करके उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। रोजगार व सरकारी नौकरी देने के मामले में प्रदेश प्रथम स्थान पर है। महिलाओं के विरुद्ध हुए अपराध में सजा दिलाने में 59.1 प्रतिशत की दर से उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। सभी थानों में महिला डेस्क की स्थापना करने के मामले में उत्तर प्रदेश पहले पायदान पर है। सर्वाधिक मेडिकल कॉलेज खोलने वाला उत्तर प्रदेश ही है। 65 मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश में संचालित हैं और 22 निर्माणाधीन हैं। अटल पेंशन योजना से 75 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना में 1.46 करोड़ लोग लाभान्वित हुए हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना , प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण और शहरी में आवास स्वीकृत एवं निर्मित करने के मामले में , उज्ज्वला योजना में 1.75 करोड़ पात्र परिवारों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन, स्वच्छ भारत मिशन में 2.61 करोड़ शौचालय का निर्माण, सौभाग्य योजना में 1.58 करोड़ नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन, प्रधानमंत्री जन धन योजना में 8.56 करोड़ खाते खोलना, इन सबमें उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है।
इन कार्यों के बल पर ही योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है। उनकी छवि अपराध के प्रति सख्त और आम लोगों के प्रति उदार की बन गई है।
काशी को मिला उपहार
गत दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी में 1,600 करोड़ रुपए की नौ परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही करीब 180 करोड़ रुपए की अन्य 19 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसमें बाबतपुर हवाई अड्डे पर एटीसी भवन, सारनाथ में नई सीएचसी, राजघाट प्राथमिक विद्यालय, पीएसी में बहुद्देशीय भवन आदि शामिल हैं।
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