बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों के लिए एक हजार करोड़ रुपये से प्रत्येक विकास खंड में एक-एक (कुल 880) मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों को विकसित किया जाएगा। योगी सरकार की मंशा आगामी 3 वर्षों में लगभग 4000 (प्रत्येक विकास खंड में 4-5) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों को विकसित करने की है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्य योजना बना ली है, जिस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। प्री प्राइमरी से लेकर कक्षा 8 तक के इन विद्यालयों को अपग्रेड कर योगी सरकार न सिर्फ प्रत्येक छात्र तक उत्तम शिक्षा पहुंचाने का प्रयास कर रही है, बल्कि उन्हें विद्यालय में वे सभी सुविधाएं भी मुहैया कराने का उद्देश्य है जिसकी मदद से उनका कौशल विकास हो सके और वे बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद के अनुसार बजट में किए गए इस प्रावधान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण विकासखंड से जगह की उपलब्धता, व्यवहारिकता एवं महत्तम सामाजिक लाभ के दृष्टिगत प्रत्येक विकासखंड से एक कंपोजिट विद्यालय का पारदर्शितापूर्ण चयन किया जाएगा। इन विद्यालयों को तय मानकों के अनुरूप अपग्रेड किया जाएगा और मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय का दर्जा प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक कंपोजिट विद्यालय में लगभग 1.42 करोड़ रुपये से अवस्थापना सुविधाओं को अपग्रेड किए जाने का प्रावधान किया गया है। इस प्रकार से प्रथम चरण में बेसिक शिक्षा विभाग के लिए आवंटित बजट 1,000 करोड़ रुपये से लगभग 704 परिषदीय विद्यालयों को मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जाएगा।
ये सुविधाएं होंगी उपलब्ध –
1. पांच कक्षों से युक्त अभ्युदय ब्लॉक, जहां होंगे-
– एक साथ बैठकर पुस्तकें पढ़ने के लिए समर्पित एवं समृद्ध बाल मैत्रिक फर्नीचरयुक्त पुस्तकालय।
-लैंग्वेज लैब की सुविधा के साथ कंप्यूटर लैब।
-रोबोटिक्स लर्निंग, विज्ञान एवं गणित विषयों के लिए मॉड्यूलर कम्पोजिट प्रयोगशाला।
-डिजिटल लर्निंग के लिए इंटरएक्टिव डिस्प्ले बोर्ड एवं वर्चुअल कनेक्टिविटी के साथ स्मार्ट क्लास।
-शौचालय सुविधा के साथ स्टाफ रूम।
2. बाल वाटिका।
3. पोषण वाटिका।
4. वाई-फाई एवं ऑनलाइन सीसीटीवी सर्विलांस।
5. बाल सुलभ फर्नीचर एवं मॉड्यूलर डेस्क-बेंच।
6. सुरक्षा कर्मी एवं सफाई कर्मी की तैनाती।
7. खेल का मैदान व ओपन जिम के साथ मल्टीपल एक्टिविटी हॉल।
8. सोलर पैनल एवं वर्षा जल संचयन इकाई की स्थापना।
9. आरओ एंड यूवी वॉटर प्लांट, मिड-डे-मील किचन व डायनिंग हॉल, वॉशिंग एरिया, मल्टीपल
हैंडवाशिंग यूनिट की इंटीग्रेटेड व्यवस्था।
10. आधुनिक अग्निशमन यंत्र।
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