गत दिनों नागपुर स्थित डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति के परिसर में संस्कृत संभाषण करने वाले महाविद्यालयीन एवं विश्वविद्यालयीन छात्रों का एक समागम हुआ। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में असम, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु आदि राज्यों के 1,000 छात्रों ने भाग लिया।
सम्मेलन की सबसे बड़ी विशेषता थी कि सभी छात्र संस्कृत में ही बात करते थे, जबकि इनमें बहुत छात्र विधि, चिकित्सा आदि विषयों से संबद्ध थे। इन छात्रों ने बहुत ही सहजता के साथ संस्कृत को अपनाया है।
संस्कृत भारती द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन बेंगलुरु के युवा सांसद तेजस्वी सूर्य ने किया। छात्रों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री सुरेश सोनी, श्रीराम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि जी, सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति शरद बोबडे जैसे महानुभावों का आशीर्वाद मिला।
छात्रों ने एक दिन नागपुर शहर में शोभायात्रा भी निकाली। सम्मेलन की सबसे बड़ी विशेषता थी कि सभी छात्र संस्कृत में ही बात करते थे, जबकि इनमें बहुत छात्र विधि, चिकित्सा आदि विषयों से संबद्ध थे। इन छात्रों ने बहुत ही सहजता के साथ संस्कृत को अपनाया है।
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