हरिद्वार में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के दो संतों को महामंडलेश्वर की पदवी दी गई है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी की मौजूदगी में रमता पंचों और संतों ने अमृतसर के स्वामी मनकामेश्वर गिरि और वृंदावन के स्वामी सत्यानंद सरस्वती का विधि-विधान से अभिषेक कर उन्हें महामंडलेश्वर की दीक्षा दी।
इस अवसर पर महंत रविंद्रपुरी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि नव नियुक्त महामंडलेश्वर उच्च शिक्षा प्राप्त वेदों के ज्ञाता हैं, ये संत सनातन धर्म के प्रचार प्रसार, संरक्षण सुरक्षा के दायित्व का निर्वाह करेंगे।
संत स्वामी दामोदरदास ने कहा कि संत सन्यासी ही सनातन धर्म के भविष्य में रक्षक है। नव नियुक्त महामंडलेश्वर स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने कहा कि नए दायित्व से हमारा सम्मान और जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि हम आगे और कैसे सनातन धर्म की रक्षा में अपना योगदान दें।
स्वामी मनकामेश्वर ने कहा कि ये भारत सनातन संस्कृति परंपराओं के पालन करने वाला देश है, हम सनातन धर्म की रक्षा, प्रचार प्रसार के लिए वचनबद्ध है। इस अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के सम्मानित संतों ने भी मौजूद रहकर अपना आशीर्वाद दिया।
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