मध्यप्रदेश के 6 जिलों में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र डिंडौरी में करीब 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। सुबह 8 बजकर 43 मिनट 50 सेकेंड पर धरती हिलने लगी, जिससे लोग घबराकर अपने घरों से बाहर आ गये। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 आंकी गई। भूकंप के झटके डिंडौरी, जबलपुर, मंडला, अनूपपुर, बालाघाट और उमरिया जिले में महसूस हुए। हालांकि फिलहाल कहीं से भी किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है।
जबलपुर में भूकंप के झटके सबसे ज्यादा पाटन और रानी दुर्गावती समाधि स्थल के आस-पास महसूस किए गए। इसके अलावा रांझी में भी कुछ जगह पर हलचल हुई। रांझी में रहने वाले राजेश विश्वकर्मा ने बताया कि वह सो रहा था, तभी अचानक ऐसा महसूस हुआ, जैसे बेड हिला हो। वह उठकर बाहर आया तो देखा बहुत से लोग घरों के बाहर निकल आए हैं। भूकंप करीब 8.44 बजे आया था। भूकंप का केंद्र बिंदु जबलपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर डिंडौरी जिले की ओर था।
क्लास से निकालकर खुले में ले गए बच्चों को
जिस वक्त भूकंप आया, उस दौरान स्कूल लग चुके थे। झटके महसूस होते ही स्कूल मैनेजमेंट ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला और खुले मैदान में ले गए। रांझी स्थित सेंट गेब्रियल स्कूल मैनेजमेंट ने तो तत्काल सभी बच्चों को क्लास से बाहर निकालकर ग्राउंड पर लेकर जाने के निर्देश दिए। टीचरों ने तत्काल सभी को मैदान पर पहुंचाया। मेडिकल एरिया की रहने वाली एक महिला ने बताया कि धरती हिली तो मैं घबरा गई। बहुत जोर से धरती थर-थर कांप रही थी। जबलपुर कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी का कहना है कि जबलपुर में 4.5 तीव्रता का भूकंप जरूर आया था, लेकिन इससे किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है।
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