भारत और बांग्लादेश ने मंगलवार को कुशियारा नदी के जल बंटवारे को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इससे भारत में दक्षिणी असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत यात्रा पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच यहां हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता हुई। वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने साझा प्रेसवार्ता को संबोधित किया और करारों का आदान-प्रदान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कुशियारा नदी जल बंटवारे को लेकर हुए महत्वपूर्ण समझौते का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे भारत में दक्षिणी असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी 54 नदियां हैं जो भारत-बांग्लादेश सीमा से गुजरती हैं और सदियों से दोनों देशों के लोगों की आजीविका से जुड़ी रही हैं। ये नदियां, इनके बारे में लोक-कहानियां, लोक-गीत, हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत के भी साक्षी रहे हैं।
भारत और बांग्लादेश के संयुक्त नदी आयोग की 38वीं बैठक 25 अगस्त 2022 को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। इस दौरान दोनों पक्षों ने कुशियारा नदी के अंतरिम जल बंटवारे पर समझौता ज्ञापन के पाठ को अंतिम रूप दिया था। भारत और बांग्लादेश के संयुक्त नदी आयोग का गठन वर्ष 1972 में एक द्विपक्षीय तंत्र के रूप में किया गया था ताकि साझा सीमा व बाउन्ड्री नदियों पर आपसी हित के मुद्दों का समाधान किया जा सके।
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