पाकिस्तान में इन दिनों सिर्फ कंगाली से ही वहां के लोग परेशान नहीं हैं बल्कि वहां अब जातीय संघर्ष ने नई मुसीबत पैदा कर रखी है। सिंध में खासकर आएदिन दो समुदायों में हिंसक झड़पें देखने में आ रही हैं। अभी कुछ दिन पूर्व सिंध हैदराबाद में 35 साल के बिलाल काका नामक व्यक्ति की हत्या के बाद से कई स्थान हिंसा में जल रहे हैं।
सिंध के कई जिले सिंधियों और पश्तूनों के बीच रस्साकशी का अखाड़ा बने हुए हैं। कई स्थानों पर सिंधियों ने पश्तूनों को निशाना बनाया है। दरअसल नसीम नगर के होटल में तीन दिन पहले एक विवाद उठ खड़ा हुआ था जिसमें बिलाल नाम के आदमी की हत्या कर दी गई थी। उस घटना में उसके पांच अन्य साथी घायल हुए थे। प्राप्त माचारों के अनुसार, घटना के बाद कई दलों की ओर से उस पर कड़ी नाराजगी जताई गई थी। कहा गया था कि यह हमला अफगानियों ने किया था।
लेकिन देखते ही देखते ऐसी जातीय हिंसा फैली कि सूबे के कई हिस्से जल उठे। सिंधियों ने दादू, सेहवान, खैरपुर नथनशाह, कोटरी तथा जमशोरो में पश्तूनों की दुकानों और होटलों पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं। कोटरी में हथियारबंद लोगों ने होटलों पर हमले बोले। इन हमलों के जवाब में होटल मालिकों की तरफ से भीषण पथराव किया गया, जिसमें दो लोग जख्मी हुए हैं।
हालात काबू से बाहर जाते देख क्षेत्र में बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। पुलिस ने विभिन्न सिंधी दलों के सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में फिर लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। हिंसा की इन घटनाओं के बाद जेआइ, एमक्यूएम-पाकिस्तान, अवामी नेशनल पार्टी जैसे दलों के साथ ही नेताओं में जलाल महमूद शाह और अयाज लतीफ पालीजो ने बयान जारी किया और सिंधी व पश्तूनों दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की। इन दलों ने सरकार से जातीय संघर्ष रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की अपील की है।
दरअसल, बिलाल काका की हत्या ने पाकिस्तान में अवैध अफगानी लोगों का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, अवैध अफगान नागरिक नशे और ऊंचे ब्याज पर पैसा उधार देने का धंधा करते हैं। वे कई सिंधी युवाओं की हत्या में शामिल बताए गए हैं। पुलिस या अन्य एजेंसियां उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करतीं। बिलाल की हत्या भी सिंध में बाहरी लोगों की घुसपैठ बढ़ने का नतीजा मानी जा रही है। सिंध यूनाइटेड पार्टी के अध्यक्ष और सिंध एक्शन कमेटी के कन्वीनर सैयद जलाल मोहम्मद शाह ने कहा है कि कानून-व्यवस्था की समस्या यहां अवैध रूप से रह रहे अफगान और अन्य बाहरी लोगों के कारण है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत की पुलिस ने अभी तक 160 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। यह घटना सोशल मीडिया पर एक वीडियो के वायरल होने के बाद और चर्चा में आ गई थी और इसी वीडियो की वजह से विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हुआ था।
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