प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रामेश्वरम गांव की गौशाला की मदद से गोबर से लकड़ी बनाई जा रही है। इस कार्य में स्वयं सेवी संस्था भी मदद कर रही है। स्वयं सेवी संस्था के अंशु जायसवाल ने बताया कि इस कार्य में 40 से ज्यादा महिलाएं अपना योगदान दे रही हैं। प्रतिदिन वो 5 से 6 घंटे में दो से ढाई सौ रुपये भी कमा रही हैं।
ग्रामीण महिला रिंकी देवी ने बताया कि हमारा जीवन गांव में ही सिमट कर रह गया था। गोबर से लकड़ी बनाने की ट्रेनिंग लेने के साथ जीवन में काफी बदलाव आ गया है। हमारे गांव की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। 15 दिनों के अंदर 3 से 4 हजार रुपये महिलाओं को प्राप्त हुआ है। वो अपने परिवार की मदद और बच्चों की शिक्षा में योगदान दे रही हैं।
सेवापुरी ब्लॉक के पशु चिकित्सा अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आने वाले समय मे श्मशान घाटों पर सम्भव हुआ तो गोबर की लकड़ियों से दाह संस्कार हो पाएगा। काशी की अन्य गौ शालाओं से रामेश्वरम गौ शाला को गोबर भेजा जाता है। पर्यावरण की दृष्टि से ये सराहनीय प्रयास है। स्वयं सेवी संस्था भी इसमें पूरा योगदान दे रही है।
टिप्पणियाँ