मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अराजकता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उत्तर प्रदेश में शांति का माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाए। मुख्यमंत्री ने कानपुर के पुलिस कमिश्नर को दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा बिना किसी रियायत कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया। शांति में खलल पैदा होने पर हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में प्रशासन व पुलिस के अधिकारी छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लें। सूचना के अनुसार त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। थानावार अराजक तत्वों को चिन्हित किया जाए। इसके साथ ही अनावश्यक बयान देने वालों की भी पहचान कर उनके खिलाफ सख्त विधिक कार्रवाई की जाए। सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में अभियान चलाकर अवैध और सड़क पर अतिक्रमण करने वाले धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया जाए। चिन्हीकरण के बाद विधिक कार्रवाई की कार्ययोजना बनाई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सड़क पर धार्मिक गतिविधियां न आयोजित हों। गत दिनों अभियान चलाकर धार्मिक स्थलों से या तो माइक उतारे गए हैं या उनकी आवाज कम की गई है। यह सुनिश्चित किया जाए कि दोबारा धार्मिक स्थलों के माइक की आवाज तेज न हो।
सीएम योगी ने सभी जिलों के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया कि 10 जून तक सभी सड़कें अतिक्रमण मुक्त होनी चाहिए। अवैध टेंपो स्टैंड हटा दिए जाएं। बसों को भी उनके यथास्थान पर ही पार्क कराया जाए। किसी भी प्रतिष्ठान के स्वामी सड़क पर आगे बढ़कर दुकान न लगाएं। स्ट्रीट वेंडरों का व्यवस्थित पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए। साथ ही इन वेंडरों को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ दिलाया जाए। मंत्रिस्तरीय समूह 11 जून से पुनः मंडलीय व जनपदीय दौरे पर जाएगा। यह समूह इन बिंदुओं के साथ कानून-व्यवस्था की भी समीक्षा करेगा। किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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