ज्ञानवापी मामले में हिन्दू पक्ष के पैरोकार जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा है कि वे शिवलिंग के चारों तरफ बनी दीवार को तोड़ने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र देंगे। दीवार टूटने से यह साफ हो जाएगा कि वजूखाने से जो शिवलिंग मिला है उसका आकार कितना है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को हिदुओं की तरफ से सोहन लाल आर्य ने कहा था कि “परिसर में बाबा मिल गए हैं” बताया जा रहा है कि यह शिवलिंग नंदी की प्रतिमा से 40 फीट दूर वजूखाने में है। इसके बाद अधिवक्ता विष्णु जैन की अर्जी पर न्यायालय ने वजू खाने को सील करने के साथ ही शिवलिंग को सुरक्षित और संरक्षित करने का आदेश पारित किया था।
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु जैन ने मंगलवार को कहा “मुझे फव्वारे और शिवलिंग के बीच का अंतर मालूम है। अगर वहां फव्वारा होता तो उसके नीचे पानी निकलने का पूरा सिस्टम होता। फव्वारे का सिस्टम अलग प्रकार का होता है जो दूर से देखने से ही पता लग जाता है। वजूखाने में शिवलिंग मिला है। यह शिवलिंग खंडित हुआ या नहीं यह अभी कह पाना मुश्किल है।
टिप्पणियाँ