पश्चिम बंगाल में तृणमूल पार्टी के गुंडे राज्य में अराजकता का माहौल बनाए हुए हैं। आए दिन इनके द्वारा आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। लेकिन सब कुछ जानकर भी पुलिस अनजान बनी रहती है। ताजा मामला पूर्व मेदिनीपुर का है। दरअसल महिषादल ब्लाक में तृणमूल कांग्रेस नियंत्रित चकद्वारिबेड़ा ग्राम कमेटी ने एक अजीबोगरीब फरमान जारी किया है। 12-सूत्री इस फरमान में कहा गया है कि ग्राम कमेटी के अधिकार क्षेत्र में आने वाले घरों में मांगलिक कार्यक्रम अथवा श्राद्ध आदि करने पर ग्राम कमेटी को इसकी सूचना देनी होगी और उससे इसके आयोजन की मंजूरी लेनी होगी। गांव की किसी लड़की के भागकर शादी करने अथवा लड़के के किसी को ब्याह कर घर लाने पर ग्राम कमेटी को सजा के तौर पर हर्जाना देना होगा। फरमान में कहा गया है कि कोई भी समस्या होने पर प्रशासन से संपर्क करने के बजाए ग्राम कमेटी के पास आना होगा। पारिवारिक झगड़ा व पड़ोसियों से विवाद होने पर ग्राम कमेटी को इसकी जानकारी देनी होगी। इस फरमान के प्रचार-प्रसार के लिए पर्चे बांटे जा रहे हैं।
फरमान की जानकारी होते ही विवाद शुरू हो गया। स्थानीय भाजपा नेता स्वपन दास ने दावा किया कि ग्राम कमेटी के सभापति व सचिव ही घर-घर जाकर लिफलेट बांट रहे हैं। तृणमूल के लोग प्रशासन से इतर अपने तरीके से ग्राम कमेटी चलाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा की तरफ से इसकी शिकायत जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व संबंधित सरकारी विभागों के अधिकारियों से की गई है। जिलाधिकारी पुर्णेंदु माजी ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
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