देश के चर्चित कवि और आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे कुमार विश्वास ने बुधवार को दिल्ली के सीएम और अपने पुराने साथी अरविंद केजरीवाल पर बिना नाम लिए बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में अलगाववादियों के समर्थक थे। एक बार उनसे कहा था कि वे या तो पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या स्वतंत्र राष्ट्र खालिस्तान के पहले प्रधानमंत्री। वह खालिस्तान समर्थक है, वो आदमी सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। कुमार विश्वास ने कहा कि यह व्यक्ति आज भी उसी राह पर है और पंजाब में खुद मुख्यमंत्री नहीं बना तो पपेट बनाकर बैठा देगा। कुमार विश्वास ने कहा कि बीते चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल ने इतनी भयानक बातें कही कि मैं उनकी बातें सुनकर हैरान हो गया।
कुमार विश्वास ने कहा, यह समझना चाहिए कि पंजाब सिर्फ एक राज्य नहीं है वह एक भावना है। मैंने पहले उनसे कहा था कि अलगाववादी और खालिस्तानी संगठनों से जुड़े हुए लोगों का साथ न लें। तो उसने ने मुझसे कहा था कि नहीं-नहीं हो जाएगा।' कुमार विश्वास ने कहा, 'मैंने उसको कहा कि ये जो अलगाववादी संगठन हैं, खालिस्तानी मूवमेंट से जुड़े लोग हैं, इनका साथ मत ले, पिछले चुनाव में और उसने कहा था कि नहीं नहीं हो जाएगा, चिंता मत कर।' कुमार विश्वास ने दावा किया, 'एक दिन मुझसे कहता है कि तू चिंता मत कर या तो मैं एक स्वतंत्र सूबे का मंत्री बनूंगा। मैंने कहा कि ये अलगाववाद है। 2020 का रेफरेंडम आ रहा है, पूरी दुनिया फंडिंग कर रही है। तो कहता है कि तो क्या हो गया। स्वतंत्र देश का पहला प्रधानमंत्री बनूंगा। इस आदमी के थॉट में इतना ज्यादा अलगाववाद है। बस किसी तरह सत्ता मिले।'
बता दें कि 5 साल पहले कुमार विश्वास ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के सक्रिय नेता के रूप में काम किया था, लेकिन बाद में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ मनमुटाव के चलते पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कवि कुमार विश्वास कई बार अरविंद केजरीवाल को निशाने पर ले चुके हैं।
शिवम् दीक्षित एक अनुभवी भारतीय पत्रकार, मीडिया एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता, और डिजिटल रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2015 में पत्रकारिता की शुरुआत मनसुख टाइम्स (साप्ताहिक समाचार पत्र) से की। इसके बाद वे संचार टाइम्स, समाचार प्लस, दैनिक निवाण टाइम्स, और दैनिक हिंट में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया, जिसमें रिपोर्टिंग, डिजिटल संपादन और सोशल मीडिया प्रबंधन शामिल हैं।
उन्होंने न्यूज़ नेटवर्क ऑफ इंडिया (NNI) में रिपोर्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में काम किया, जहां इंडियाज़ पेपर परियोजना का नेतृत्व करते हुए 500 वेबसाइटों का प्रबंधन किया और इस परियोजना को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिलाया।
वर्तमान में, शिवम् राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य (1948 में स्थापित) में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं।
शिवम् की पत्रकारिता में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दों और तथ्यपरक रिपोर्टिंग पर जोर रहा है। उनकी कई रिपोर्ट्स, जैसे नूंह (मेवात) हिंसा, हल्द्वानी वनभूलपुरा हिंसा, जम्मू-कश्मीर पर "बदलता कश्मीर", "नए भारत का नया कश्मीर", "370 के बाद कश्मीर", "टेररिज्म से टूरिज्म", और अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के बदलाव जैसे "कितनी बदली अयोध्या", "अयोध्या का विकास", और "अयोध्या का अर्थ चक्र", कई राष्ट्रीय मंचों पर सराही गई हैं।
उनकी उपलब्धियों में देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान (2023) शामिल है, जिसे उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार खान की साजिश को उजागर करने के लिए प्राप्त किया। यह सम्मान 8 मई, 2023 को दिल्ली में इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र (IVSK) द्वारा आयोजित समारोह में दिया गया, जिसमें केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, RSS के सह-प्रचार प्रमुख नरेंद्र जी, और उदय महुरकर जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिवम् की लेखन शैली प्रभावशाली और पाठकों को सोचने पर मजबूर करने वाली है, और वे डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे हैं। उनकी यात्रा भड़ास4मीडिया, लाइव हिन्दुस्तान, एनडीटीवी, और सामाचार4मीडिया जैसे मंचों पर चर्चा का विषय रही है, जो उनकी पत्रकारिता और डिजिटल रणनीति के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
टिप्पणियाँ