विविध - 'देश का राष्ट्रीय लक्ष्य है श्रीराम मन्दिर का निर्माण'
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

विविध – 'देश का राष्ट्रीय लक्ष्य है श्रीराम मन्दिर का निर्माण'

by
Oct 5, 2015, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 05 Oct 2015 11:44:45

विश्व हिन्दू परिषद् के संरक्षक श्री अशोक सिंहल एवं विराट हिन्दुस्थान संगम के अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ़ सुब्रह्मण्यम स्वामी ने 30 सितम्बर को नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया। इस अवसर पर अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के पक्ष में तर्क देते हुए कहा गया कि आज के आधुनिक भारत में एक नैतिक समाज के निर्माण हेतु धर्म की प्रभावी भूमिका को नहीं स्वीकार किया गया है। इस नकारात्मक विचार को ही पंथनिरपेक्षता का नाम दिया गया है, परन्तु यह एक गलत सोच है। श्रीराम भारत के आध्यात्मिक गुरु हैं। श्रीराम उत्तर से दक्षिण भारत तक भारतीय एकता के प्रतीक हैं। भारत के विशाल जनसमूह की दृष्टि में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मन्दिर का पुनर्निर्माण देश का राष्ट्रीय लक्ष्य है, किन्तु यह लक्ष्य न्यायिक तरीके से पूर्ण किया जाना चाहिए। साथ ही इसके पक्ष में विशाल बहुमत का समर्थन भी होना चाहिए। श्रीराम मन्दिर का पुनर्निर्माण हमारे पुनर्जागरण का एक अंग है।
श्रीराम मन्दिर के पक्ष में न्यायिक तर्क
प्रसिद्ध लेखक मार्क ट्वेन की एक उक्ति है 'लोगों को मूर्ख बनाना आसान है, बजाय उन्हें यह समझाने के कि वे मूर्ख बन रहे हैं।' अयोध्या में श्रीराम मन्दिर की यही वास्तविकता है। भारत के लोगों के मन में यह गलत बात बैठा दी गई है कि मन्दिर व मस्जिद दोनों समान रूप से आस्था के केन्द्र हैं। भारतीय लोगों की इस गलत धारणा का ही परिणाम है कि हम अभी तक अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम मन्दिर, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर श्रीकृष्ण मन्दिर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ मन्दिर का पुनर्निर्माण या स्वतंत्र स्थापना कर पाने में असफल रहे हैं।
सम्मेलन में यह भी कहा गया कि सऊदी अरब में प्रशासन सड़क, पार्क आदि बनाने या बहुमंजिली इमारतें बनाने के लिए आवश्यकता होने पर मस्जिद को तोड़ भी देता है। यहां तक कि मक्का में भी नई इमारत बनाने तथा रास्ता बनाने के लिए उस मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था, जहां पैगम्बर मोहम्मद नमाज पढ़ा करते थे।
अत: भारत सरकार द्वारा व्यापक जनहित में भवन एवं भूमि के अधिग्रहण हेतु बाबरी ढांचे के मुतवल्ली (परम्परागत व्यवस्थापक) को एक नोटिस भेजा जा सकता है तथा सरयू नदी के पार किसी अन्य स्थान पर मस्जिद बनाने का प्रस्ताव किया जा सकता है। मन्दिर के पक्ष में तर्क यह है कि जिस मन्दिर का निर्माण शास्त्र सम्मत विधि से हुआ है तथा गर्भगृह की स्थापना प्राण प्रतिष्ठा के उपरान्त हुई है तो मन्दिर गिरने पर अथवा प्रयोग न होने पर भी मन्दिर ही रहता है। इस मन्दिर के स्वामी मन्दिर में प्रतिष्ठित देवता ही होंगे। इस स्थिति को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने श्रीराम मन्दिर-बाबरी ढांचे के विवाद में स्वीकार किया है। जिसके कारण ही मुख्य भाग के स्वामी श्रीरामलला को घोषित किया है, किन्तु पीठ ने कहा कि मस्जिद को उसके बगल में बनाया जा सकता है, जो व्यावहारिक नहीं है। दोनों ही पक्षों ने भिन्न-भिन्न कारणों से असंतुष्ट होते हुए उच्चतम न्यायालय में विशेष अपील दायर की है। जहां अभी मामला विचाराधीन है। उपरोक्त मुद्दे के कानूनी समाधान के लिए 9-10 जनवरी, 2016 को 'अरुन्धती वशिष्ठ अनुसंधान पीठ' के तत्वावधान में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। -प्रतिनिधि 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies