मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के खिलाफ पुलिस को सख्ती बरतने की हिदायत दी है। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा है कि बीएसएफ के जवान बिना अनुमति गांवों में प्रवेश न करें, यह पुलिस को सुनिश्चित करना होगा। माना जा रहा है कि इससे क्षेत्रों में बीएसएफ और पुलिस के बीच टकराव बढ़ सकता है।
बांग्लादेश की सीमा से सटे नदिया जिले में प्रशासनिक बैठक में ममता बनर्जी ने कानून-व्यवस्था को राज्य सरकार का विषय बताया और नादिया जिले में पुलिस को निर्देश दिया कि वह बीएसएफ को उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर के इलाकों में प्रवेश न करने दें। प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ने जिले के पुलिस अधिकारियों से 'नाका चेकिंग' (चौकियों) को बढ़ाने और अतिरिक्त निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। ममता ने कहा, 'मैं आईसी (प्रभारी निरीक्षकों) से उनकी गतिशीलता बढ़ाने और नाका चेकिंग को तेज करने के लिए कहूंगी। आपकी सीमा बांग्लादेश के साथ करीमपुर से शुरू होती है। आपको उस पर भी नजर रखनी होगी। आपको यह भी देखना होगा कि बीएसएफ आपकी अनुमति के बगैर गांवों में न जाए। बीएसएफ अपना काम करेगी और आप अपना करेंगे। हमेशा याद रखें कि कानून और व्यवस्था आपका विषय है। आम लोगों को प्रताड़ित किया जाएगा तो मैं ऐसा नहीं होने दूंगी।'
मंगलवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज में आयोजित एक प्रशासनिक बैठक में बनर्जी ने नगालैंड में सुरक्षा बलों की फायरिंग में 14 नागरिकों की मौत का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर के गांवों में बीएसएफ के घुसने की घटनाएं देखी गई हैं। उन्होंने डीजीपी को इस संबंध में बीएसएफ अधिकारियों से बात करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले महीने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के दौरान बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने और इस फैसले को वापस लेने की मांग की थी।
गुरुवार को बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि राज्य के प्रत्येक जिले में नगरपालिका क्षेत्रों में एक महिला पुलिस गश्ती दल का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 'हम कोलकाता पुलिस के विनर्स के अनुरूप प्रत्येक नगरपालिका क्षेत्र में एक महिला बटालियन शुरू करेंगे। कम से कम 10 पुलिसकर्मी बाइक या स्कूटर पर क्षेत्रों में गश्त करेंगी। मैंने पहले ही डीजी को इस पर काम करने के लिए कहा है।' छेड़खानी जैसे अपराधों को रोकने और सार्वजनिक स्थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से, कोलकाता पुलिस ने जुलाई 2018 में 'विनर्स' नामक एक विशेष महिला गश्ती दल की शुरुआत की थी। बताया गया है कि महिला पुलिस टीमें अगले 10 दिन में नदिया जिले के रानाघाट, कल्याणी और कृष्णानगर इलाके में काम करना शुरू कर देंगी।
जगदीप धनखड़ का ममता बनर्जी पर हमला
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने ट्वीट किया, 'सीमा सुरक्षा बल देश की सुरक्षा के लिए काम कर रहा है। अधिकार क्षेत्र के संबंध में यह निर्णय लिया गया कि वे 50 किमी की सीमा में काम करेंगे। फिर सीएम 15 किमी रेंज की बात क्यों करती हैं और स्थानीय पुलिस और बीएसएफ के बीच समस्याएं पैदा करती हैं?'
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