चुनाव आयोग ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से हर रोज मिल रहीं धमकियों और वोट चोरी के आरोपों का करारा जबाव दिया है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार (1 अगस्त) को राहुल गांधी के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए उन्हें सिरे से खारिज कर दिया। आयोग ने विपक्षी दलों द्वारा वोटिंग को लेकर लगाए गए आरोपों के जवाब में कहा कि वह रोजाना ऐसे गैर जिम्मेदार और निराधारा आरोपों को नजरअंदाज करता है।
चुनाव आयोग ने अपने 5 जवाबों में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को गैर जिम्मेदार ठहराया।
चुनाव आयोग का पंच
1. चुनाव आयोग उन्हें (राहुल गांधी) 12 जून 2025 को एक ईमेल भेजता है। वह नहीं आते।
2. चुनाव आयोग उन्हें 12 जून 2025 को एक पत्र भेजता है, लेकिन वह जवाब नहीं देते।
3. उन्होंने कभी भी किसी भी मुद्दे पर चुनाव आयोग (ECI) को कोई पत्र नहीं भेजा।
4. यह बहुत अजीब है कि वह बेतुके आरोप लगा रहे हैं और अब उन्होंने चुनाव आयोग और उसके अधिकारियों को धमकाना भी शुरू कर दिया है। निंदनीय।
5. चुनाव आयोग ऐसे सभी गैर जिम्मेदाराना बयानों को नजरअंदाज करता है और अपने सभी कर्मचारियों से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करते रहने रहने का अनुरोध करता है।
‘हमारे पास एटम बम है, जब फटेगा तो चुनाव आयोग नहीं बचेगा’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस सांसद ने पिछले 9 दिनों में चुनाव आयोग के अधिकारियों को दूसरी बार धमकाया है। उन्होंने शुक्रवार को संसद के बाहर मीडियाकर्मियों को कहा, “चुनाव आयोग वोटों की चोरी करा रहा है। हमारे पास एटम बम है। जब फटेगा तो चुनाव आयोग बचेगा नहीं।” राहुल ने दावा किया कि विपक्ष को अपनी 6 महीने की जांच में इस चोरी का पक्का सबूत मिला है। आयोग में शामिल लोग चाहे ऊपर से नीचे तक कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
वोट चोरी में शामिल लोग देशद्रोही: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि जो लोग इस वोट चोरी में शामिल हैं, वे देश के खिलाफ काम कर रहे हैं। यह देशद्रोह से कम नहीं है। हम आपको ढूंढ निकालेंगे, चाहे आप रिटायर हो जाएं। राहुल के मुताबिक, विपक्ष को मध्य प्रदेश, लोकसभा चुनावों के बाद शक हुआ। इसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 1 करोड़ नए वोटरों की अचानक बढ़ोतरी ने उनके शक को और गहरा किया। उन्होंने कहा कि जब आयोग ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, तो विपक्ष को अपनी जांच शुरू करनी पड़ी।
टिप्पणियाँ