आगरा, (हि.स.)। अवैध इस्लामिक कन्वर्जन मामले में आगरा पुलिस की साइबर टीम ने मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान के दो बेटों समेत तीन लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। अब मतांतरण कराने वाले काजी की तलाश की जा रही है। अब तक 14 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस इन आरोपितों से पूछताछ कर इनकी फंडिंग के बारे में जानकारी जुटा रही है।
आगरा पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बुुधवार काे बताया कि अवैध कन्वर्जन के मामले में गंभीरता से लेकर मिशन अस्मिता के तहत अभियान चलाया जा रहा है। मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान के बेटे अब्दुला, अब्दुल रहीम के अलावा एक अन्य जुनैद कुरैशी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। रहीम ने पुलिस को बताया कि कलीम के जेल जाने के बाद अब्दुल रहमान अवैध कन्वर्जन का काम देख रहा था। रहमान के यहां से मिली युवती ने आरोप लगाया कि रहमान ने जबरन उसका इस्लामिक मतांतरण कराकर निकाह कराया था। निकाह के लिए वह राजस्थान के काजी को बुलाता था, जिसकी तलाश में एक टीम राजस्थान रवाना की गई है।
रहमान का कई राज्यों में नेटवर्क
पुलिस आयुक्त ने बताया कि रोहतक की रहने वाली एक युवती ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया था कि जुनैद कुरैशी ने उसे अपने जाल में फंसाकर उससे निकाह कर कन्वर्जन कराया था। पुलिस रिमांड में लिए गए अब्दुल रहमान ने स्वीकारा कि उसका जाल जम्मू-कश्मीर, भूटान, सिलीगुड़ी सहित भारत के कई राज्यों में फैला था।
आरोपी 10 भाषा जानते हैं
अब तक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें कुछ लोग तकनीक के जानकर हैं और करीब दस भाषा को जानते हैं। कंप्यूटर चलाना आता है। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि इन आरोपितों की फंडिंग कहां से होती थी? विदेशों से कैसे तार जुड़े हैं। एटीएस और एसटीएफ की मदद ली जा रही है।
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