लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी
“खूबसूरत सपनों को छांगुर के जाल ने निगल लिया…”
कर्नाटक में एक साधारण हिंदू युवती, जो ब्यूटीशियन के तौर पर अपना जीवन आत्मनिर्भरता और गरिमा के साथ बिता रही थीं — उनकी ज़िंदगी में तब तूफ़ान आया जब छांगुर गिरोह के मजहबी लव जिहादी की नज़र उन पर पड़ी। प्यार के नाम पर फरेब, पहचान की आड़ में छल, और फिर कन्वर्जन का वहशी खेल। इस पूरी दर्दनाक घटना को लेकर ‘पाञ्चजन्य’ के लिए शिवम् दीक्षित ने पीड़िता से विस्तार से बात की — एक ऐसी बातचीत, जो छांगुर गिरोह की क्रूर हकीकत को बेनक़ाब करती है।
इंस्टाग्राम से शुरू हुआ ‘राजू राठौर’ का जाल
आम लड़कियों की तरह पीड़ित हिन्दू युवती भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम का उपयोग करती थीं, जहाँ छांगुर का गुर्गा वसीम, युवती से राजू राठौर बनकर मिला। उसने पहले धीरे-धीरे दोस्ती की, फिर हिन्दू युवती को अपने प्रेम के जाल में फंसा लिया। इसके बाद वसीम ने हिन्दू युवती से कहा कि सऊदी चलकर सेटल हो जाते हैं, वहाँ तुम्हारा काम भी अच्छा चलेगा। युवती भी राजू बने वसीम की बातों में आ गईं और बेंगलुरु से सऊदी उसके साथ चली गईं।
फर्जी पहचान, फर्जी पासपोर्ट
इस दौरान वसीम ने पीड़ित हिन्दू युवती को एक पासपोर्ट लाकर दिया और कहा कि इसी पासपोर्ट का उपयोग करना है यात्रा के दौरान ये बढ़िया वाला पासपोर्ट है। इस पर तुम्हे ज्यादा सुविधा मिलेगी। वहीं जब युवती सऊदी पहुँचीं, तो उसके हाथ वसीम के कुछ कागजात लगे, जिसमें उसका नाम राजू की जगह वसीम देखकर उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। युवती ने इस संबंध में वसीम से पूछा, तो उसने बताया कि वह वास्तव में मुसलमान है। इसके बाद युवती ने वापस जाने की ज़िद की, तो पहले वसीम ने उसे ब्रेनवॉश करने की कोशिश की।
इस्लाम अपनाओ, सब मिलेगा
जब बात उससे नहीं बनी, तो वसीम ने युवती की बात वीडियो कॉल के माध्यम से अपने गिरोह के मुखिया मौलाना छांगुर से कराई।
पीड़ित हिन्दू युवती ने बताया कि मौलाना छांगुर ने उससे बात करते हुए कहा कि इस्लाम बहुत प्यारा मजहब है, इसे अपनाओ — तुम्हारी ज़िंदगी बन जाएगी। तुम अल्लाह की बहुत प्यारी बच्ची हो, तुम्हें किसी भी चीज़ की कमी नहीं होगी। युवती के अनुसार, इस दौरान मौलाना छांगुर उसे वशीकरण करने के लिए बीच-बीच में कुछ उर्दू के शब्द जैसे लगातार बुदबुदा रहा था।
इंकार पर किया बलात्कार, बनाया अश्लील वीडियो
पीड़ित हिन्दू युवती ने आगे बताया, जब उसने इस्लाम स्वीकारने से मना कर दिया, तो वसीम ने उसे बंधक बना लिया और डराने-धमकाने के साथ-साथ मारपीट करने लगा। वसीम ने तीन माह तक उसके साथ दुष्कर्म किया। इसी बीच उसने उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया, जिसे वायरल करने की धमकी देकर उस पर फिर से इस्लाम अपनाने का दबाव बनाया।
सहारनपुर में सलीम-सतीश का प्लान और एक और क़ैद
इसके बाद 4 मई 2024 को पीड़ित हिन्दू युवती को वसीम के अब्बा सलीम (जो पहले युवती से सतीश बनकर बात किया करता था) ने सहारनपुर के गाँव घान्ना खंडी बुलवा लिया। यहाँ भी शुरुआत में एक माह तक वसीम के परिवार ने सोनू को कन्वर्जन करने के लिए उसका ब्रेनवॉश करने की कोशिश की और उसे बंधक बना लिया। इसके बाद युवती 2 जून को मौका पाकर वहाँ से भागने में सफल हुईं।
इसके बाद वसीम और उसके अब्बा ने खुद को फँसता देख, पीड़िता को उसका अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पुलिस के पास न जाने और वापस घर बुलाने का दबाव बनाया। इसके बाद कोई खालिद नामक व्यक्ति पीड़िता के पास पहुँचा और मजबूर युवती उसके साथ बैठकर वापस वसीम के गाँव पहुँचीं। इसके बाद वसीम के परिवार ने युवती के साथ जमकर मारपीट की।
पुलिस को बेगम कहकर बरगलाया
इसके बाद पीड़ित हिन्दू युवती ने मौका देखकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुँची। इस पर वसीम ने पुलिसकर्मियों से फोन पर बात कर कहा — “ये मेरी बेगम है, हम अपना मामला सुलटा लेंगे।” लेकिन युवती ने वहाँ रुकने से मना कर दिया और पुलिस अभिरक्षा में कोतवाली देहात पहुँचीं, जहाँ रात्रि होने पर वहाँ से एक होटल में किराए पर रुकीं। इसी बीच वसीम लगातार युवती को धमकाता रहा, कहा — “अगर बेंगलुरु गई तो सारे अश्लील फोटो और वीडियो अपलोड कर दूँगा।”
दिखावे का समझौता
अगले दिन पुलिस ने वसीम, उसके घरवालों और पीड़ित हिन्दू युवती के बीच अन्य मौजूद ग्रामीणों (अधिकतर मुस्लिम) के समक्ष समझौता कराया और युवती को कभी प्रताड़ित न करने की बात कहकर थाने से उनके साथ भेज दिया।
इसके बाद कुछ दिन ठीक गुज़रे लेकिन जैसे ही युवती ने वापस बेंगलुरु जाने की बात की, तो फिर वसीम के परिजनों ने मारपीट करना शुरू कर दी। गौमांस खाने को मजबूर करने लगे, जिसका विरोध करने पर युवती से कहा गया — “अब तेरी दुर्दशा होगी, तू कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं रहेगी।”
गैंगरेप के बाद कहा- “छांगुर के पास ले चलो, नहीं मानी तो दफना देंगे”
फिर 13 दिसंबर 2024 को वसीम के चाचा फरमान ने रात में पीड़ित हिन्दू युवती के साथ अपने अन्य मुस्लिम दोस्तों को लेकर सामूहिक बलात्कार किया और धमकाते हुए कहा — “इसे बलरामपुर ले चलो छांगुर पीर के पास, वहीं न मानने पर इसे दफना देंगे। पीर साहब के घर में कब्रिस्तान भी है।”
‘चेहरा साफ रखो, मैं रूहानी इलाज करूँगा’
इसके बाद युवती को छांगुर के पास बलरामपुर ले गए, जहाँ छांगुर ने युवती की हालत देखकर कहा — “इसके चेहरे पर क्यों मारा, चेहरा साफ-सुथरा रखना है। पहले इसका डॉक्टरी इलाज कराओ, रूहानी इलाज मैं खुद कर दूँगा।” इसके बाद छांगुर ने सोनू के गले में एक ताबीज डाला और कुछ उर्दू के शब्द बुदबुदाए।
वहाँ से वसीम का चाचा और दादा भोडू (बोलने वाला नाम) उसे अस्पताल ले गए। वहाँ से इलाज के बाद वापस सहारनपुर ले गए, जहाँ मौका पाकर फिर युवती ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय में अपना प्रार्थना पत्र दिया।
छांगुर की गिरफ्तारी से बंधी न्याय की उम्मीद, डर अभी भी बाकी
वहीं पीड़ित हिन्दू युवती की मुलाकात कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और हिंदुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं से हुई, जिन्होंने युवती को वसीम के परिवार के चंगुल से बाहर निकाला। लेकिन पीड़ित हिन्दू युवती आज भी अपने न्याय को लेकर संघर्ष कर रही हैं। अब छांगुर के गिरफ्तार होने पर उसकी उम्मीदों को नए पंख मिले हैं। लेकिन अब जब युवती मुखरता से छांगुर के खिलाफ आवाज उठा रही है। तो उसे वसीम और छांगुर के गुर्गों द्वारा सऊदी से जान से मरने की धमकी दी जा रही है। फ़िलहाल यूपी STF और ATS द्वारा की जा रही कार्रवाई से युवती को विश्वास है कि अब उसे भी जल्द न्याय मिलेगा।
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