पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा व मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। बाजवा का आरोप है कि उक्त नेताओं ने उनके बयान को एडिट कर अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर डाला जो गलत संदेश देने वाला था।
ज्ञात रहे कि विजिलेंस ने गत दिनों आय से अधिक संपति के मामले में अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किया। विजिलेंस ने इसको लेकर मजीठिया की धर्मपत्नी विधायक गुनीत कौर के सरकारी निवास पर भी दबिश दी। इसको लेकर विपक्ष के नेता ने वीडियो जारी करके कहा था कि गुनीव कौर का सरकारी निवास एक विधायक का निवास है न कि किसी के पति का, वहां इस तरह की कार्रवाई से बचा जाना चाहिए था। बाजवा के आरोप के अनुसार, उक्त आप नेताओं ने उनका वीडियो एडिट करके यह संदेश देने का प्रयास किया कि जैसे उन्होंने (बाजवा ने) आरोपी मजीठिया का बचाव किया है।
आप नेताओं के खिलाफ शिकायत
प्रताप सिंह बाजवा ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान, वित्तमंत्री हरपाल चीमा और कैबिनेट मंत्री व आप के प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा को लेकर कानून का दरवाजा खटखटाया है और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। बाजवा ने अपनी शिकायत ऑनलाइन भी दर्ज करवाई है। वहीं, चंडीगढ़ सेक्टर-3 के थाना प्रभारी को इस संबंध में पत्र भी लिखा है। पत्र में बाजवा ने कहा हैं कि इन नेताओं ने उनकी अधिकारिक वीडियो के साथ जानबूझ कर छेड़छाड़ की है। आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
बाजवा के आरोप
शिकायत में बाजवा ने कहा है कि उन्होंने विजिलेंस की ओर से विधायक गनीव कौर मजीठिया के सरकारी आवास पर की गई छापेमारी को लेकर बयान दिया था। उक्त आप नेताओं ने गनीव कौर के नाम को एडिट कर दिया। उन्होंने लिखा कि उक्त नेताओं ने गनीव कौर का नाम एडिट करके इस प्रकार से पेश किया जैसे मैंने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का विरोध किया। जिसके बाद केजरीवाल, भगवंत मान, अमन अरोड़ा और हरपाल चीमा ने उसे अपने एक्स एकाउंट पर पोस्ट किया। जबकि 25 जून को मेरे द्वारा बनाया गया वीडियो 3.13 मिनट का है, जो मेरे एक्स एकाउंट पर है। जिसमें मैंने गनीव कौर के सरकारी आवास पर छापेमारी के तरीके पर सवाल खड़े किए थे। इसलिए उक्त आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
बता दें कि मजीठिया की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के नेता लगातार इस बात पर जोर दे रहे थे कि भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ और प्रताप सिंह बाजवा ने मजीठिया के खिलाफ की गई विजिलेंस कार्रवाई का विरोध किया। हालांकि बाजवा ने अपने बयान में कहा था कि विजिलेंस ने सेक्टर-4 स्थिति जिस सरकारी आवास पर छापेमारी की है वह एक विधायक का है न कि उनके पति का।
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