नैनीताल । जिले के रामनगर में एक साल पूर्व बंद किए गए स्लाटर हाउस को फिर से खोलने के लिए पालिका अध्यक्ष और पार्षदों ने जिला प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। उधर हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों ने इसके खोले जाने का पुरजोर विरोध किया है।
रामनगर स्लाटर हाउस पिछले साल मिली सूचनाओं के आधार पर इस लिए बंद किया गया था कि यहां अनुमति से अधिक पशु काटे जा रहे थे यहां तक कि क्षेत्र से बाहर से जानवर लाकर यहां काटे जा रहे थे फिर उसके मांस की सप्लाई यूपी तक की जा रही थी। उस दौरान सीएम पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के बाद उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन ने इसे बंद करवा दिया।
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जानकारी के मुताबिक इस स्लॉटर हाउस को पुनः खोले जाने के लिए नगर पालिका परिषद अध्यक्ष हाजी अकरम और पार्षद कर रहे है,इस हाउस का संचालन पालिका के जिम्मे है जिसमें उन्हें पालिका की आय दिखाई दे रही है साथ ही मुस्लिम तबके के लिए मांस के प्रबंध व्यवस्था है।
जानकारी के मुताबिक जब स्लॉटर हाउस चल रहा था तो इसमें कई लोगों के स्वार्थ भी रहते आए थे और ऊपरी कमाई भी चल रही थी जोकि प्रतिदिन लाखों में होती थी। ऐसा बताया गया कि स्लाटर हाउस को 24 घंटे चलाया जाता था और निर्धारित संख्या से पांच से छह गुना पशु काट दिए जाते थे और सुबह होने से पहले उक्त माल को ठिकाने भी लगा दिया जाता था।
इन्हीं शिकायतों को उस समय स्थानीय हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा सीएम हेल्प लाइन पोर्टल में दर्ज किया गया था। आरोप तो ये भी था यहां भैंसे ही नहीं गौवंश भी काटे जा रहे थे। बरहाल ये स्लाटर हाउस फिलहाल बंद है। बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष मदन जोशी कहते है कि रामनगर में स्लाटर हाउस की जरूरत नहीं है। जब ये बंद है तो भी मांस बाहर से आकर बिक रहा है। देवभूमि उत्तराखंड में स्लाटर हाउस बंद किए जाने चाहिए।
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उधर पालिका अध्यक्ष हाजी अकरम का कहना है इसके खुलने से पालिका की आय बढ़ेगी पहले भी ये खुला हुआ था, इसे नियमों के अनुरूप ही चलाया जाएगा। वे कहते है कि नगर पालिका नियमावली के तहत हमें स्लाटर हाउस चलाने का अधिकार है। इसीलिए हमने इस कारखाने में उम्दा किस्म की विश्व स्तरीय अत्याधुनिक मशीन लगाई है।
बरहाल स्लाटर हाउस विवाद फिलहाल जिला प्रशासन के समक्ष है। ये भी जानकारी मिली है कि इस मामले में पक्ष विपक्ष उच्च न्यायालय की शरण लेने जा रहे है।
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