भुवनेश्वर: ओडिशा के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध गो-तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। सप्ताहांत में केंदुझर और ढेंकानाल जिलों से दो बड़ी घटनाएं सामने आईं, जहां सतर्क ग्रामीणों और पुलिस की कार्रवाई में कुल 44 गौवंश को अवैध तस्करी से बचाया गया। दोनों मामलों में वाहन जब्त किए गए हैं और जांच जारी है।
केंदुझर में दो वाहन जब्त, 18 गौवंश मुक्त
केंदुझर जिले के झुम्पुरा प्रखंड के उखुंडा गांव के पास रविवार तड़के ग्रामीणों ने दो संदिग्ध वाहनों को रोक लिया, जो मवेशियों की अवैध ढुलाई कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए बारिया पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर 18 गौवंश, 9 गाय और 9 बैलों को बरामद किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दोनों वाहन चालक हैं। उनकी पहचान भाकुल बेहरा (25) और सोमनाथ बेहरा (38) के रूप में हुई है, जबकि दो मुख्य आरोपी फरार हो गए। बारिया थाना में केस संख्या 91/2025 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 303, 317, 325, 381 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। बरामद मवेशियों को राजनगर स्थित नंदिनी गोशाला में भेजा गया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग अक्सर गो-तस्करी के लिए प्रयोग किया जाता है, खासकर मयूरभंज जिले के अंगारपादा हाट की ओर। प्रशासन को कई बार शिकायत देने के बावजूद ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। अब ग्रामीण सख्त कानूनी कार्रवाई और निगरानी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
ढेंकानाल में 26 गौवंश बरामद, तस्कर वाहन छोड़कर फरार
इसी तरह ढेंकानाल जिले के परजंग थाना अंतर्गत झरनाबाहली गांव के जंगल में पुलिस ने एक बोलेरो (पंजीकरण संख्या OR-09-N-5819) और दो मोटरसाइकिलों को जब्त कर 26 गौवंश को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया। यह कार्रवाई रविवार तड़के गुप्त सूचना के आधार पर की गई।
उप निरीक्षक देबग्राही महांती और अतिरिक्त उप निरीक्षक युगल प्रधान के नेतृत्व में टीम ने छापा मारा। पुलिस को देखते ही तस्कर वाहन छोड़कर जंगल में भाग निकले। जब्त वाहन और मवेशियों को डदरा घाटी चौकी लाया गया है। एसआई महांती ने बताया कि तस्करों की पहचान कर जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। इस घटना ने क्षेत्र में बढ़ती गो-तस्करी को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
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