असम कांग्रेस में मुस्लिम देशों का हस्तक्षेप! प्रो-इस्लामिक हैंडल से साधा जा रहा चुनावी समीकरण? मुख्यमंत्री का बड़ा आरोप
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत असम

असम कांग्रेस में मुस्लिम देशों का हस्तक्षेप! प्रो-इस्लामिक हैंडल से साधा जा रहा चुनावी समीकरण? मुख्यमंत्री का बड़ा आरोप

असम CM हिमंत शर्मा का दावा- बांग्लादेश-पाकिस्तान समेत 47 देशों से 5000+ फेक अकाउंट कांग्रेस प्रचार में सक्रिय, केंद्र की गहन जांच और उचित कार्रवाई की मांग

by SHIVAM DIXIT
Jun 20, 2025, 04:52 pm IST
in असम
असम कांग्रेस फेक अकाउंट्स, सोशल मीडिया हस्तक्षेप, गौरव गोगोई विवाद

चित्र प्रतीकात्मक है, वर्तमान स्थिति का नहीं है.

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

असम की राजनीति में एक नया और अप्रत्याशित मोड़ आया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने शुक्रवार को एक ऐसा दावा किया, जिसने न केवल राज्य की राजनीतिक सरगर्मियों को और तेज़ कर दिया है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता को भी सतह पर ला दिया है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि असम कांग्रेस के समर्थन में अचानक 5,000 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स सक्रिय हो गए हैं और इनमें से अधिकांश कथित रूप से इस्लामी देशों से ऑपरेट हो रहे हैं।

47 देशों से संचालित अकाउंट्स, अधिकतर बांग्लादेश और पाकिस्तान से

मुख्यमंत्री ने बताया कि ये सोशल मीडिया अकाउंट्स 47 विभिन्न देशों से संचालित हो रहे हैं, जिनमें बांग्लादेश और पाकिस्तान से सबसे ज्यादा अकाउंट्स हैं। ये अकाउंट्स पिछले एक महीने से असम कांग्रेस की गतिविधियों और एक विशेष कांग्रेस नेता पर केंद्रित हैं। उन्होंने ने इसे एक सामान्य चुनावी रणनीति मानने से इनकार करते हुए इसे ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ का मामला बताया है।

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इन अकाउंट्स का मकसद 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले असम के राजनीतिक माहौल को प्रभावित करना है। उन्होंने कहा- “यह पहली बार है कि असम की सियासत में इतने बड़े पैमाने पर विदेशी हस्तक्षेप देखा गया है। यह सिर्फ राजनीति का मामला नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा सवाल है।”

असम कांग्रेस और केवल एक नेता पर फोकस

मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि ये अकाउंट्स न तो राहुल गांधी की पोस्ट्स पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और न ही अखिल भारतीय कांग्रेस की गतिविधियों पर। इन अकाउंट्स की गतिविधि पिछले एक महीने में खास तौर पर तेज़ हुई है और इनका ध्यान सिर्फ असम कांग्रेस और एक विशेष नेता की पोस्ट्स पर है, जिन्हें ये लाइक और कमेंट के जरिए बढ़ावा दे रहे हैं।

हालांकि सीएम ने उस नेता का नाम स्पष्ट नहीं किया, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक हलकों के अनुसार उनका इशारा हाल ही में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने गौरव गोगोई की ओर है, जिन्हें मई के अंतिम सप्ताह में यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

प्रो-इस्लामी कंटेंट से डिजिटल हस्तक्षेप

मुख्यमंत्री ने बताया कि इन सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए न केवल असम कांग्रेस के पक्ष में प्रचार हो रहा है, बल्कि इस्लामी कट्टरता से जुड़ा कंटेंट भी जमकर शेयर किया जा रहा है। जिनमे ‘प्रो-फिलिस्तीन’, ‘ईरान समर्थन’ और बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस से संबंधित पोस्ट्स शामिल हैं।

उन्होंने ने कहा- “ये अकाउंट्स सिर्फ राजनीतिक प्रचार तक सीमित नहीं हैं। इनके जरिए संवेदनशील और उत्तेजक सामग्री भी फैलाई जा रही है, जो चिंता का विषय है।”

इस संदर्भ में उन्होंने चेतावनी दी कि ये सिर्फ एक राजनीतिक चाल नहीं, बल्कि सुनियोजित ‘डिजिटल हस्तक्षेप’ है, जो राज्य की आंतरिक स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।

पहले भी उठ चुके हैं सवाल

हालांकि यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री हिमंत ने इस तरह का दावा किया हो। इसी महीने की शुरुआत में उन्होंने कहा था कि करीब 2,000 फेसबुक अकाउंट्स असम की राजनीति पर टिप्पणी कर रहे हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा पाकिस्तान और बांग्लादेश से संचालित हैं।

उन्होंने तब यह भी दावा किया था कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) असम के 2026 के विधानसभा चुनावों में “किसी को जिताने” की कोशिश कर रही है। तब असम पुलिस की विशेष शाखा को इन अकाउंट्स की जांच का जिम्मा सौंपा गया था।

मुख्यमंत्री के अनुसार पहली बार असम की राजनीति में इतनी बड़ी संख्या में विदेशी दखल देखने को मिली है। उनका आरोप है कि यह दखल आगामी चुनावों के मद्देनज़र राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है।

केंद्र को जानकारी देकर की जांच की मांग

मुख्यमंत्री ने भारत सरकार से इस मामले की गहन जांच और उचित कार्रवाई की मांग करते हुए कहा- “हमने केंद्र को इसकी पूरी जानकारी दे दी है। यह सिर्फ असम की सियासत का मसला नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। हमें यह समझना होगा कि इन अकाउंट्स के पीछे कौन है और उनका असल मकसद क्या है?”

चुनाव से पहले विदेशी हस्तक्षेप से बढ़ा सियासी तापमान

बता दें कि असम में 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली सरकार और कांग्रेस के बीच सियासी जंग तेज होने की उम्मीद है। गौरव गोगोई के असम कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद हुए इस खुलासे से न केवल कांग्रेस पर दबाव बढ़ा सकता है, बल्कि राज्य की राजनीति में एक नया विवाद भी खड़ा कर सकता है। वहीं समाचार लिखे जाने तक असम कांग्रेस ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

सियासत में विदेशी साजिश की शुरुआत..?

हिमंत विश्व शर्मा का यह दावा असम की सियासत में एक नए तूफान के साथ-साथ एक नए तरह के खतरे की ओर इशारा करता । यदि मुख्यमंत्री के दावो के अनुसार यह एक गंभीर चेतावनी है कि चुनावों को केवल जमीन पर नहीं, बल्कि स्क्रीन के पीछे बैठे अनदेखे हाथों से भी लड़ा जा सकता है।

अगर इन आरोपों की जांच में और भी ठोस सबूत सामने आते हैं, तो यह न केवल असम बल्कि पूरे देश की राजनीति में हलचल मचा सकता है।

अब सवाल यह है कि क्या सोशल मीडिया, जो कभी लोकतंत्र में प्रचार प्रसार का विस्तार माना जाता था, अब उस पर छाया बनकर उसे प्रभावित कर रहा है..?

SHIVAM DIXIT

शिवम् दीक्षित एक अनुभवी भारतीय पत्रकार, मीडिया एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता, और डिजिटल रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2015 में पत्रकारिता की शुरुआत मनसुख टाइम्स (साप्ताहिक समाचार पत्र) से की। इसके बाद वे संचार टाइम्स, समाचार प्लस, दैनिक निवाण टाइम्स, और दैनिक हिंट में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया, जिसमें रिपोर्टिंग, डिजिटल संपादन और सोशल मीडिया प्रबंधन शामिल हैं।

उन्होंने न्यूज़ नेटवर्क ऑफ इंडिया (NNI) में रिपोर्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में काम किया, जहां इंडियाज़ पेपर परियोजना का नेतृत्व करते हुए 500 वेबसाइटों का प्रबंधन किया और इस परियोजना को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिलाया।

वर्तमान में, शिवम् राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य (1948 में स्थापित) में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं।

शिवम् की पत्रकारिता में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दों और तथ्यपरक रिपोर्टिंग पर जोर रहा है। उनकी कई रिपोर्ट्स, जैसे नूंह (मेवात) हिंसा, हल्द्वानी वनभूलपुरा हिंसा, जम्मू-कश्मीर पर "बदलता कश्मीर", "नए भारत का नया कश्मीर", "370 के बाद कश्मीर", "टेररिज्म से टूरिज्म", और अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के बदलाव जैसे "कितनी बदली अयोध्या", "अयोध्या का विकास", और "अयोध्या का अर्थ चक्र", कई राष्ट्रीय मंचों पर सराही गई हैं।

उनकी उपलब्धियों में देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान (2023) शामिल है, जिसे उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार खान की साजिश को उजागर करने के लिए प्राप्त किया।

शिवम् की लेखन शैली प्रभावशाली और पाठकों को सोचने पर मजबूर करने वाली है, और वे डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे हैं। उनकी यात्रा भड़ास4मीडिया, लाइव हिन्दुस्तान, एनडीटीवी, और सामाचार4मीडिया जैसे मंचों पर चर्चा का विषय रही है, जो उनकी पत्रकारिता और डिजिटल रणनीति के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Jul 15, 2025, 04:21 pm IST
    अंतरिक्ष से लौटा मां भारती का लाल : अब आइसोलेशन में रहेंगे शुभांशु शुक्ला, जानिए स्पेस री-एंट्री का पूरा प्रोसेस
  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Jul 14, 2025, 07:17 pm IST
    तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी
  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Jul 14, 2025, 06:46 pm IST
    श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?
  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Jul 13, 2025, 05:42 pm IST
    18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग
Topics: Himanta Biswa Sarma latest newsGaurav Gogoi Facebookअसम सोशल मीडिया प्रचारAssam elections 2026कांग्रेस सोशल बूस्टPakistani interference Indiaफेक अकाउंट्स बांग्लादेशfake social media accountsअसम विधानसभा चुनाव 2026Assam digital warगौरव गोगोई ट्रेंडिंग अकाउंट्समुख्यमंत्री हिमंत का आरोपइस्लामी कंटेंट चुनावचुनावी साइबर युद्धAssam Congress controversy
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे 5 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Pahalgam terror attack

Pahalgam Terror Attack: चश्मदीद ने बताया, 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद जश्न मना रहे थे आतंकी

प्रतीकात्मक तस्वीर

ओडिशा: छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर लगाई आग, इलाज के दौरान हुई मौत, HoD पर लगाए संगीन आरोप

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: 20वीं किस्त की तैयारी पूरी, जानें किस दिन आएगा पैसा

सत्यजीत रे का पैतृक आवास ध्वस्त कर रहा बांग्लादेश। भारत से जुड़ी हर पहचान मिटाना चाहता है।

सत्यजीत रे का पैतृक घर ध्वस्त कर रहा बांग्लादेश, भारत ने म्यूजियम बनाने की दी सलाह

नेपाल का सुप्रीम कोर्ट

नेपाल: विवाहित बेटी को भी पैतृक संपत्ति में बराबर का अधिकार, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, जानिये कब से होगा लागू

जमीयत उलेमा ए हिंद, उदयपुर फाइल्स, दर्जी कन्हैयालाल, अरशद मदनी, रियाज अत्तारी, गौस मोहम्मद

फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को न्यायालय के साथ ही धमकी और तोड़फोड़ के जरिए जा रहा है रोका

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies