गत 14 जून को वनवासी कल्याण आश्रम, अंदमान निकोबार द्वीप समूह की मायाबंदर जिला इकाई ने ‘चौथा करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम-निर्माण’ का आयोजन किया। इसका उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायालय, उत्तर तथा मध्य अंदमान के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तरुण कुमार मंडल ने किया। उन्होंने करियर विकल्पों के चुनाव के महत्व पर जोर दिया और छात्रों को उच्च लक्ष्य रखने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही अनुशासन और मेहनत से अपने लक्ष्य को हासिल करने पर जोर दिया। इस अवसर पर सर्जन लेफ्टिनेंट दीपांकर दासिला, चिकित्सा अधिकारी और सहायक कमांडेंट तुलसीदास भारद्वाज, भारतीय तटरक्षक पोत-C-416 के कमांडिंग ऑफिसर ने सेना और भारतीय तटरक्षक में करियर के बारे में बताया।
इसके बाद करियर काउंसलिंग सत्र हुआ। इसे श्रीमती के. बिनू और दिनेश मूर्ति ने संबोधित किया। दोनों ने छात्रों को वर्तमान रोजगार प्रवृत्तियों, कौशल विकास के अवसरों और सरकारी सहायता के कार्यक्रमों पर व्यावहारिक जानकारी प्रदान की। प्रश्नोत्तर सत्रों ने छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों के बारे में प्रश्न पूछने और उनकी शंकाओं को स्पष्ट करने का अवसर दिया। छात्रों को संभावित करियर के रास्तों का व्यापक ज्ञान प्रदान करने के लिए कई विभागों और संस्थानों के प्रतिनिधियों ने सहयोग किया। भारतीय स्टेट बैंक, मायाबंदर और अंदमान और निकोबार राज्य सहकारी बैंक, मायाबंदर के अधिकारियों ने बैंकिंग और वित्त में अवसरों और स्वयं का रोजगार के लिए बैंकिंग क्षेत्र की सहायता पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुजाता हेगड़े ने पशु देखभाल और पशु चिकित्सा विज्ञान में करियर की जानकारी दी। इसके साथ ही कृषि विभाग की कृषि सहायक श्रीमती एस. मंजू ने आधुनिक खेती की तकनीकों और कृषि-उद्यमिता पर चर्चा की। दोपहर के सत्र में पुलिस उप निरीक्षक दिनेश मीना और पुलिस कॉन्स्टेबल सुजॉय मजूमदार ने पुलिस सेवा और अन्य सशस्त्र बलों में करियर के बारे में बताया। 100 से अधिक छात्रों ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। बता दें कि वनवासी कल्याण आश्रम ने 2025 में 25 अलग-अलग कार्यक्रमों/गतिविधियों की श्रृंखला आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में उपरोक्त कार्यक्रम हुआ।
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