इजरायल-ईरान युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के कनानसकीस में हो रहे G7 शिखर सम्मेलन के दौरान इस्लामिक मुल्क के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अपना रुख एक बार फिर से स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने सभी लोगों से तुरंत तेहरान को खाली करने को कहा और इस बात पर जोर दिया कि ईऱान को अमेरिका के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहिए था।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता। मैंने ये बार-बार कहा है। सभी को तेहरान को खाली कर देना चाहिए। बताया जाता है कि ईरान की राजधानी तेहरान में करीब 10 मिलियन लोग रहते हैं, जिनमें से करीब 7 मिलियन तो महानगरीय इलाकों में निवास करते हैं। अब ट्रंप ने इन सभी को तेहरान को खाली करने का सुझाव दे दिया है।
G-7 मसौदे पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे ट्रंप
इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप कनाडा में चल रही G-7 देशों की बैठक के दौरान ईरान इजरायल युद्ध की विभीषिका को कम करने के मसौदे पर भी अपना हस्ताक्षर नहीं करेंगे। इस बात की जानकारी एक अमेरिकी अधिकारी ने दी है। रॉयटर्स ने दावा किया है कि ये वो मसौदा है, जिसमें ऊर्जा बाजारों और बाजार की स्थिरता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता का जिक्र किया गया था। इसमें इस बात का भी जिक्र किया गया है कि ईरान के पास किसी भी सूरत में परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए औऱ इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार पर बल दिया गया है।
अमेरिका फर्स्ट का मतलब-ईरान के पास परमाणु बम नहीं हो सकता
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्रुथ सोशल पर लिखे अपने एक अन्य पोस्ट में अमेरिका फर्स्ट नीति पर जोर देते हुए कहा कि अमेरिका फर्स्ट का मतलब कई महान चीजें हैं, जिसमें से एक ये भी है कि ईरान के पास परमाणु बम नहीं होना चाहिए। मेक अमेरिका ग्रेट अगेन। हालांकि, ट्रंप के ही कुछ समर्थक ईरान पर उनके रूख की आलोचना भी कर रहे हैं।
टिप्पणियाँ