अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई, जिनमें विमान के सभी 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। इसके अलावा विमान जिस हॉस्टल से टकराया, वहां मौजूद कई लोग भी मारे गए। इस भयानक हादसे में सिर्फ एक यात्री जिंदा बच पाएविश्वास कुमार रमेश।
हादसे के समय क्या हुआ था, विश्वास ने बताया
सिविल अस्पताल के बिस्तर पर लेटे विश्वास कुमार ने इंडिया टुडे से बात करते हुए बताया कि हादसा बहुत जल्दी हुआ। उन्होंने कहा, ‘उड़ान भरने के एक मिनट के अंदर ऐसा लगा जैसे विमान रुक गया हो। तभी प्लेन के अंदर हरी और सफेद लाइटें जलने लगीं। फिर अचानक विमान हॉस्टल की इमारत से टकरा गया। यह सब मेरी आंखों के सामने हुआ।’ हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में विश्वास ने यह भी बताया कि टकराने से पहले एक तेज धमाका हुआ था। विश्वास कुमार, जो 40 साल के ब्रिटिश नागरिक हैं, अपने भाई अजय के साथ भारत से लंदन लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि वे प्लेन के उस हिस्से में बैठे थे जो जमीन पर गिरा, हॉस्टल की इमारत पर नहीं। वहां थोड़ी खाली जगह थी, जिससे वह किसी तरह बाहर निकल पाए। प्लेन का दरवाजा टूट चुका था और उन्हें वहां से रास्ता दिखा। उन्होंने हिम्मत करके बाहर निकलने की कोशिश की और बाहर आ गए। उन्होंने भावुक होकर बताया, “पहले लगा मैं भी मर गया हूं। चारों तरफ लाशें थीं। लेकिन जब आंख खुली तो खुद को जिंदा पाया। मैं खुद उठकर भागा, तभी आग लग गई और मेरा एक हाथ जल गया।” अब जांच के बाद ही पता चलेगा कि हादसे की असली वजह क्या थी। ब्लैक बॉक्स और तकनीकी जांच से इसकी जानकारी मिलेगी।
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