पता नहीं वामपंथियों को भारत माता और भगवा रंग से क्या दिक्कत है। केरल के राजभवन में भारत माता की भगवा वस्त्र में तस्वीर से राज्य की वामपंथी सीपीआई भड़की हुई है। उसे आपत्ति है कि कैसे राजभवन में भारत माता की तस्वीर लगाई जा सकती है। वह राजभवन से तस्वीर को हटाने के लिए राष्ट्रपति को पत्र तक लिख चुकी है। दूसरी तरफ प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने भी स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी हालत में तस्वीर को वहां से नहीं हटाया जाएगा।
केरल कौमुदी की रिपोर्ट के अनुसार, राज्यपाल आर्लेकर ने कड़ा रुख अपनाते हुए सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि सरकार बेवजह विवाद खड़ा करने की कोशिशें कर रही है। दूसरी तरफ भारत माता और भगवा रंग से सीपीआई इतनी चिढ़ी हुई है कि वह राज्यपाल पर राजभवन का भगवाकरण करने का आरोप लगा रही है। इसके अलावा वामपंथी राज्यपाल के खिलाफ विरोध को तेजर करने जा रहे हैं औऱ इसकी शुरुआत आज प्रदेश में अपनी सभी शाखाओं में पौधारोपण करके करेगी।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित किया जाता है। इसमें भारत माता की तस्वीर रखी जाती है। जिन्हें सम्मान दिया जा रहा था। कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे राज्य के कृषि मंत्री पी. प्रसाद ने मंच पर भारत माता की भगवा ध्वज वाली तस्वीर देखी तो वे भड़क गए। उन्होंने तुरंत राज्यपाल के सचिव को बुलाकर भारत माता की तस्वीर को वहां से हटाने और पुष्पांजलि कार्यक्रम को रद्द करने को कहा। इस पर सचिव ने कहा कि इस मामले पर अंतिम निर्णय राज्यपाल का ही होगा। फिर क्या था वामपंथी मंत्री ने इस पर आपत्ति जताते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पी. प्रशांत को आमंत्रित किया गया था। लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही मंच पर लगी भारत माता की तस्वीर को देखकर पी. प्रसाद ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया। मंत्री पी. प्रसाद ने कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुए कहा- मंच पर प्रदर्शित की गई तस्वीर आमतौर पर आरएसएस जैसे संगठनों के कार्यक्रमों में देखी जाती है और यह सार्वजनिक आयोजनों में प्रयुक्त होने वाली पारंपरिक तस्वीर नहीं है।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर राज्यपाल आर्लेकर ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि राजभवन में आयोजित कार्यक्रमों में क्या प्रदर्शित किया जाएगा, यह तय करने का अधिकार राजभवन का है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत माता की तस्वीर नहीं हटाई जाएगी।
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