इजरायली बंधकों को हमास के चंगुल से रिहा कराने को लेकर अमेरिका में यहूदियों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर आतंकी हमला हुआ। इस पर वहां के एक चैनल ने कहा, “बोल्डर का आतंकवादी एक श्वेत आदमी था।“ इसको लेकर सोशल मीडिया पर विरोध होना आरंभ हो गया।
दरअसल, अमेरिका में कुछ यहूदी उन व्यक्तियों की रिहाई के लिए शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें हमास ने पिछले वर्ष से बंधक बना रखा है। जब कोलोराडो में वे लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे तो उसी समय उनपर ज्वलनशील पदार्थ से हमला किया गया। हमलावर “फ्री फिलिस्तीन और एंड इजरायल” के नारे लगा रहा था।
पत्रकार लौरा लूमर ने लिखा कि मोहम्मद सोलीमान, जिसने कोलोराडो में आज आतंकी हमला किया, वह कुवैत मूल का आप्रवासी है और वह जो बाइडेन की ओपन बॉर्डर पॉलिसी के अंतर्गत दो साल पहले अमेरिका आया था।
EXCLUSIVE:@LoomerUnleashed has confirmed that Mohamed Soliman has a daughter who just graduated high school in Colorado Springs as class of 2025. She came here from Kuwait with her Egyptian father 2 years ago, who is an ILLEGAL ALIEN according to DHS. Joe Biden let them into… https://t.co/hwbSpxqSU2
— Laura Loomer (@LauraLoomer) June 2, 2025
उसे हालांकि मिस्र का बताया जा रहा है। इस पर लौरा ने पोस्ट किया कि मोहम्मद सोलीमान की एक बेटी है, जिसने हाल ही में कोलोराडो स्प्रिंग्स से हाई स्कूल पास किया है। वह कुवैत से अपने ईजिप्शियन वालिद के साथ 2 साल पहले आई थी, जोकि खुद ही डीएचएस के अनुसार अवैध नागरिक है। जो बाइडेन ने उन्हें हमारे देश में आने दिया।
उन्होंने यह भी सवाल उठाए कि यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि मोहम्मद सोलीमान आखिर मिस्र से क्यों आया? क्या इसलिए कि वह मुस्लिम ब्रदरहुड के आतंकियों पर शिकंजा कस रहा था? वह स्पष्ट रूप से मुस्लिम ब्रदरहुड का आतंकी है।
मगर जिस प्रकार से एक चैनल ने फिलिस्तीन वाले कोण को नकारकर यह एजेंडा चलाने का प्रयास किया कि वह एक श्वेत आदमी था, उससे लोग दंग रह गए। वह श्वेत आदमी हो सकता है, परंतु यहूदियों पर हमला किसी रंग के कारण नहीं किया गया था। वह एंड इजरायल अर्थात इजरायल को खत्म करो का नारा लगा रहा था और यह नारा किसी रंग या नस्ल के कारण नहीं है, बल्कि जिहादी कट्टरता के कारण है।
जिहादी कट्टरता के खिलाफ आवाज उठाने वाले कई लोगों ने इस एजेंडा का खंडन किया। ओली लंदन ने एक्स पर पोस्ट लिखा कि एमएसएनबीसी ने कोलोराडो आतंकी हमले पर रिपोर्ट की कि हमलावर एक श्वेत व्यक्ति था, जबकि असलियत में वह मिस्र से आया एक अवैध आप्रवासी था।
लोग उसकी तस्वीर साझा करके कह रहे हैं कि वह एक मुस्लिम अवैध आप्रवासी है, वह एक श्वेत कोलोराडो व्यक्ति नहीं है। ओली लंदन ने लिखा कि मोहम्मद सबरी सोलीमान मिस्र का नागरिक है और उसे कोलोराडो में वृद्ध इज़रायली समर्थकों पर मोलोटोव काक्टैल फेंकने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
MSNBC: “White Male.”
Reality: Egyptian Migrant
Mohamed Sabry Soliman, an Egyptian national, has been arrested for throwing Molotov cocktails at a group of elderly Israel supporters in Boulder, Colorado.
MSNBC and several news outlets branded him a “white male.” pic.twitter.com/1bVALvhoRT
— Oli London (@OliLondonTV) June 2, 2025
इस पर लोगों का कहना है कि एमएसएनबीसी भी इस हमले के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार है। उन्होंने मीडिया के साथ मिलकर यहूदी विरोधी भावनाओं को भड़काया है। कई लेफ़्टिस्ट राजनेता भी। ये वही लोग हैं, जिनके कारण कॉलेज कैंपस में जिहादी प्रदर्शन करते थे। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि एमएसएनबीसी इसे ढकने का प्रयास करे।
लोगों ने एक्स पर ही पोस्ट कर पूछा कि कब से मिस्र के नागरिक श्वेत होने लगे? कुछ ने कहा कि यही कारण है कि अब लोग मुख्यधारा मीडिया को नहीं देखते हैं। मीडिया द्वारा यह कहा जाना कि वह एक श्वेत व्यक्ति है, बहुत ही खतरनाक पैटर्न है क्योंकि इससे हमला करने की मंशा ही बदल जाती है। लोगों ने इस चैनल को प्रोपोगेंडा फैलाने वाला चैनल बताया। मगर ऐसा नहीं कि केवल इसी चैनल ने ऐसा किया हो।
सीएनएन ने अपने समाचार में “peaceful’ शब्द को अलग से क्वोट किया। ऐसा जैसे कि संदेह पैदा कर रहा हो। बीबीसी ने भी हमलावर का उल्लेख नहीं किया। वहीं सीबीएस में केवल यह लिखा कि बोल्डर के पर्ल स्ट्रीट मॉल में हमले में कई लोग जल गए। लोगों ने इन सभी हेडलाइन्स के स्क्रीन शॉट साझा किये हैं और प्रश्न उठाए हैं कि आखिर ऐसा क्यों किया गया?
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