रईस दिखने और भौकाल दिखाने के चक्कर में गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गायकों पर सरकार ने नकेल कसने की तैयारी कर ली है। इस पर एसटीएफ ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इसको लेकर एसटीएफ के चीफ ने प्रदेश के सभी गायकों और कलाकारों के साथ बैठक करके इस प्रकार के सभी गानों पर रोक लगाने के लिए भी कहा है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा एसटीएफ के मुखिया सिमरदीप सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान प्रशासन ने ये पाया कि आजकल एक ट्रेंड सा चल गया है कि लोग गन कल्चर को प्रमोट करने वाले गाने बना रहे हैं और उसे लोगों के बीच काफी स्वीकार भी किया जा रहा है। जांच एजेंसी का कहना है कि कुछ गाने तो कलाकारों ने ऐसे भी गाए हैं, जिसके जरिए गन कल्चर, अपराधों, ड्रग्स और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसको लेकर प्रशासन खासा चिंतित है।
रचनात्मक स्वतंत्रता का सम्मान, लेकिन इसका दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं
एसटीएफ के आईजी सिमरदीप ने गानों के जरिए अपराधों औऱ हथियारों की संस्कृति को दिखाने वाले कलाकारों औऱ गायकों को वार्निंग दी है कि वे उनकी क्रिएटिविटी का सम्मान करते हैं। लेकिन, क्रिएटिविटी के बहाने से गन कल्चर या अपराधों को बढ़ावा दिया गया तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि कलाकार एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाएंगे। वे इस प्रकार के वीडियो या गानों को बनाने से बचेंगे।
हटाए गए कई गाने
इसके साथ ही एसटीएफ ने इंटरनेट से कुछ ऐसे विवादित गानों को हटा भी दिया है, जिनमें हथियारों की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही एसटीएफ ने इन कलाकारों को सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर अब से कोई भी कलाकार अपराधों को बढ़ावा देने वाले गाने या वीडियो बनाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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