बांग्लादेश में आजाद घूमेगा 1000 से अधिक हत्या करने का आरोपी, जमात नेता आज़हरुल इस्लाम की सजा रद
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

बांग्लादेश में आजाद घूमेगा 1000 से अधिक हत्या करने का आरोपी, जमात नेता आज़हरुल इस्लाम की सजा रद

सुप्रीम कोर्ट ने 1000 से अधिक हत्या करने के आरोपी इस्लामिक नेता की मौत की सजा रद की

by सोनाली मिश्रा
May 27, 2025, 08:25 pm IST
in विश्व
आज़हरुल इस्लाम

आज़हरुल इस्लाम

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बांग्लादेश में सुप्रीम कोर्ट ने एक इस्लामी नेता एटीएम आज़हरुल इस्लाम की मौत की सजा को रद कर दिया। आज़हरुल इस्लाम जमात-ए-इस्लामी का वरिष्ठ नेता है, जिसे वर्ष 2014 में मौत की सजा सुनाई गई थी। मगर अब वहां के सुप्रीम कोर्ट ने उसे आजाद कर दिया है। कोर्ट ने उसकी रिहाई तत्काल सुनिश्चित करने के लिए कहा है, बशर्ते वह और किसी मामले में गिरफ्तार न हो।

आज़हरुल इस्लाम पर वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम में रंगपुर में 1500 आम नागरिकों की हत्या का आरोप था। वह इस्लामी छात्र संघ की रंगपुर जिले की इकाई का अध्यक्ष था और वह अल बदर फोर्स का मुखिया था। Redowan Ibne Saiful नामक यूजर ने उसकी भूमिका जमात के मुखपत्र डेली संग्राम में भी बताई है और पाकिस्तानी खुफिया दस्तावेज तक उस जीनोसाइड में उसकी सीधी भूमिका बताते हैं।

https://twitter.com/Redowanshakil/status/1927323947168587961?

बांग्लादेश अवामी लीग ने भी इस कदम की निंदा करते हुए लिखा कि यह देश के लिए शर्म की बात है। एक्स पर उसके हैंडल द्वारा यह लिखा गया कि यह राष्ट्रीय शर्म है। युद्ध अपराधी आज़हरुल इस्लाम को छोड़ दिया गया। यह बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और उसमें जान देने वाले लोगों की पीठ में छुरा घोंपना है।

वह न केवल लगभग 1500 हत्याओं का आरोपी है, बल्कि उसपर बलात्कार और लूट के कई मामले भी हैं। और आज वह फ्री हो गया है। और वह आजाद घूमेगा।

आगे इसमें लिखा है कि  अदालत का फैसला न्याय का गर्भपात ही नहीं है, बल्कि आजादी, न्याय और जिम्मेदारी के मूल्यों को बनाए रखने में हमारी कानूनी व्यवस्था की असफलता है। यह फैसला हर उस माता के चेहरे पर तमाचा है, जिसने अपना बेटा खोया था, हर महिला जिसके साथ हिंसा हुई और हर मुक्ति संग्राम योद्धा जिसने एक स्वतंत्र बांग्लादेश के लिए जान दी।

क्या इसीलिए वर्ष 1971 का युद्ध था? क्या यही न्याय है?

 

https://twitter.com/albd1971/status/1927245232246067602?

जहाँ कुछ लोग इसे कानूनी मामला बता रहे हैं, वहीं यह भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है कि जमात अपने नेता इस्लाम को छुड़वाने के लिए आंदोलन तक की चेतावनी दे रहा था। फरवरी में ही जमात ने इसकी रिहाई के लिए आंदोलन की बात की थी।

 

बांग्लादेश वॉच नामक हैंडल से इस फैसले को लेकर कई बातें की गई हैं। इसने लिखा है कि अपेलैट विभाग के पास शायद यह साहस ही नहीं होगा कि वह रिव्यू याचिका पर इससे इतर कोई भी निर्णय ले सकें। इसमें लिखा है कि

“यूनुस सरकार समर्थित राजनीतिक भीड़ ने मुख्य न्यायाधीश और अपीलीय खंड के कई न्यायाधीशों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश सैयद रेफात अहमद को खुद स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन (एसएडी) आंदोलन ने चुना था, जिन्होंने बदले में हाई कोर्ट खंड के कई न्यायाधीशों को हटा दिया, जब एक और सरकार समर्थित भीड़ ने सुप्रीम कोर्ट पर आक्रमण करने की धमकी दी थी।“

https://twitter.com/bdwatch2024/status/1927305901846753362?

यह सभी ने देखा है कि कैसे शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद कट्टरपंथियों प्रभाव बढ़ रहा है और बांग्लादेश की बांग्ला पहचान के लिए लड़ने वाले लोगों के साथ तमाम अत्याचार हो रहे हैं। अवामी लीग के शेख मुजीबुर्रहमान की हर पहचान मिटाई जा रही है और या कहें कि मिटाई जा चुकी है। अवामी लीग के नेताओं और सरकार एवं कट्टरपंथ के खिलाफ बोलने वालों को जेल में डाला जा रहा है।

जमात सहित कई अन्य कट्टरपंथी दलों ने अवामी लीग पर प्रतिबंध की मांग की थी और साथ ही जमात ने लगातार यह मांग की थी कि उसके नेता को रिहा किया जाए।

19 फरवरी 2025 को जमात के अमीर शफीकुर रहमान ने एक रैली मे घोषणा की थी कि “हम यह स्पष्ट संदेश भेजना चाहते हैं कि रैली और आंदोलन तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक वह रिहा नहीं हो जाता!”

बांग्लादेश में हर उस व्यक्ति से लगभग इस्तीफा दिलवाया गया, जो अवामी लीग द्वारा नियुक्त थे। इस्लाम पर जो चार्जशीट दायर की गई थी, उसके अनुसार उसने 1256 हत्याएं की थीं, 17 अपहरण और 13 महिलाओं का बलात्कार बांग्लादेश की आजादी के दौरान चल रहे समय में किया था। इस इस्लामिक नेता को 30 दिसंबर, 2014 को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण द्वारा नौ में से पांच आरोपों में मौत की सजा सुनाई गई थी। 28 जनवरी, 2015 को, उन्होंने अपीलीय प्रभाग में अपनी बेगुनाही का दावा करते हुए एक याचिका दायर की थी।

उसके बाद 19 जुलाई 2020 को अपीलीय विभाग के पास उसने संबंधित ब्रांच में याचिका दायर की थी और अब फुल बेंच ने सारा मामला सुनने के बाद उसे बरी कर दिया।

इसे लेकर एक बार फिर से बांग्लादेश में बढ़ती कट्टरता पर बहस छिड़ गई है। लोग कह रहे हैं कि यह कानूनी नहीं राजनीतिक मामला है और यह मोहम्मद यूनुस का जमात के सामने आत्मसमर्पण है।

 

Topics: Azharul Islamजमात नेताआजहरुल इस्लाममौत की सजा रदJamaat leaderdeath sentence revokedbangladeshबांग्लादेशजमात-ए-इस्लामीJamaat-e-Islamiबांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और भारत-विरोधी सियासत: भारत के लिए नई चुनौती

Turkish plan against india

तुर्की का भारत विरोधी एजेंडा: बांग्लादेश और पाकिस्तान के सहारे घेरने की साजिश, निशाने पर ये राज्य

Sheikh Haseena sentenced to 6 month

शेख हसीना को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने सुनाई छह महीने की जेल, जानें किस जुर्म की मिली सजा

पासपोर्ट में अफसरों को 'मेडिकल कोर का सदस्य' बताया गया है।

बांग्लादेश: ब्लिट्ज के संपादक ने खोली आईएसआई के फर्जीवाड़े की पोल, फौजी अफसर कहां ठहरे, किससे मिले, सबसे हटाया पर्दा!

Representational Image

Bangladesh : 25 साल की हिन्दू युवती का बलात्कार किया, वीडियो वायरल किया; Dhaka में जबरदस्त आक्रोश, 5 आरोपी गिरफ्तार

Bangladesh love jihad Ghar Wapsi in Sanatan dharma

बांग्लादेश में लव जिहाद और फिर सनातन धर्म में घर वापसी: रितिका प्रसाद की कहानी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies