भारत पर हमला करने वालों को भारतीय सेना अपने हिसाब से माकूल जबाव देने में लगी हुई है। भारतीय सेना ने पहले ऑपरेशनन सिंदूर चलाकर सीमा पार रह रहे आतंकी आकाओं और उनके ठिकानों को चुन-चुनकर खत्म किया। अब सीमा के इस पर बसे आतंकियों को ऑपरेशन केलर चलाकर छुपे हुए आतंकियों को खत्म करने में जुट गई है।
13 मई 2025 से आरंभ हुए ‘ऑपरेशन केलर’ में सुरक्षाबलों ने 48 घंटों के भीतर दो मुठभेड़ में छह 6 आतंकियों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन के तहत सुरक्षाबलों ने मंगलवार दिनांक 13 मई को शोपियां में 3 आतंकियों को ढेर किया था। वहीं आज गुरूवार को दिनांक 15 मई को पुलवामा के उपजिला अवंतीपोरा के त्राल इलाके के नादर में 3 आतंकियों को ढेर कर दिया है। वहीं अभी भी सेना का सर्च अभियान जारी है।
आज अवंतीपोरा के त्राल में हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की बात करें तो तीनों आतंकवादियों की पहचान पुलवामा जिले के निवासी आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है। अब जानिए इनकी आतंक कुंडली

आसिफ अहमद शेख जैश-ए-मोहम्मद का ट्रेंड आतंकी था। यह पुलवामा का निवासी था। वह अवंतीपोरा का जिला कमांडर था और 2022 से आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय था। इस पर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में शामिल होने का भी आरोप है।

अमीर नजीर वानी भी जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का ट्रेंड आतंकवादी था। पुलवामा का निवासी यह आतंकी 2024 से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था।

आतंकी यावर अहमद भट्ट भी जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का ट्रेंड आतंकी था जो कि पुलवामा का रहने वाला था यह भी 2024 से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा और पुलवामा जिले में सक्रिय हुआ था।
श्रीनगर स्थित सेना की 15वीं कोर के मुताबिक 15 मई को अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने त्राल के नादर में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया था। सतर्क सैनिकों के चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसके बाद दोनों ओर से भीषण गोलीबारी शुरू हो गई। जिसमे ये तीनों आतंकी ढेर हो गए।
वहीं अब शोपियां में मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की बात करे तो-

शाहिद अहमद कुट्टे जो लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशनल चीफ कमांडर था वह चोटिपोरा हीरपोरा, शोपियां का निवासी है। वह ‘ए’ श्रेणी का आतंकवादी है। जो मार्च 2023 में आतंकवादी रैंकों में शामिल हुआ। कई आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहा। जिसमे 8 अप्रैल, 2024 को डैनिश रिज़ॉर्ट पर गोलीबारी इसमें दो जर्मन पर्यटक और एक ड्राइवर घायल हो गए थे। 18 मई, 2024 को हीरपोरा, शोपियां में बीजेपी सरपंच की हत्या। फरवरी 2025 में कुलगाम के बेहीबाग में टीए कर्मियों की हत्या में संदिग्ध भूमिका शामिल है। इसके अलावा माना जाता है कि कुट्टे पहलगाम में 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले में भी शामिल था। इसी लिए 26 अप्रैल 2025 को उसके घर को ध्वस्त कर दिया गया था।

अदनान शफी डार पुत्र मोहम्मद शफी डार, वांडूना मेलहोरा शोपियां का ही निवासी था। यह सी’ श्रेणी का आतंकवादी 18 अक्टूबर 2024 को लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ। और उसी दिन शोपियां के वाची में एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में शामिल हुआ था। 26 अप्रैल, 2025 को इसके घर को ध्वस्त कर दिया गया था।

एहसान उल हक शेख है जो कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ट्रेंड आतंकी था। पुलवामा के मुर्रन का निवासी यह आतंकी अनेकों आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय था। इसके घर को भी 26 अप्रैल, 2025 को ध्वस्त कर दिया गया था।
सेना ने एक बयान में कहा कि ये तीनों क्षेत्र में हाल की आतंकी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे। इनसे बरामद वस्तुओं में एके सीरीज की राइफलें, भारी मात्रा में गोला-बारूद, ग्रेनेड और अन्य युद्ध सामग्री शामिल हैं। सेना नें कहा कि इस ऑपरेशन की सफलता सभी सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों के बीच उत्कृष्ट तालमेल का परिणाम है। भारतीय सेना आतंक को खत्म करने के अपने मिशन में अडिग है। शांति को बाधित करने के हर प्रयास का निर्णायक और अथक बल से जवाब दिया जाएगा।
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