नई दिल्ली । पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक पाकिस्तानी आतंकियों के सफाए के बाद असम सरकार ने भी राज्य में सक्रिय उनके समर्थकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
इसकी जानकारी खुद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 11 मई शनिवार देर रात को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा-
“While India has eliminated over 100 Pak terrorists, Assam continues to crackdown on their sympathisers.”
उन्होंने आगे लिखा कि रात 10:30 बजे तक की अपडेट के अनुसार तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें पाकिस्तान समर्थक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अजीम, जिसे कार्बी आंगलोंग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हसिनूर, जिसे धुबरी पुलिस ने पकड़ा है और अब्दुल, जिसे लखीमपुर पुलिस ने हिरासत में लिया है शामिल हैं।
अपनी पोस्ट के अंत में मुख्यमंत्री सरमा ने यह भी बताया कि “असम में अब तक 53 देशद्रोहियों को जेल भेजा जा चुका है”।
यहां देखें मूल पोस्ट-
While India has eliminated over 100 Pak terrorists, Assam continues to crackdown on their sympathisers. #Update @ 22.30hrs|11 May
1️⃣Ajim arrested by @karbianglongpol
2️⃣ Hasinur arrested by @Dhubri_Police
3️⃣Abdul arrested by @lakhimpurpolice
53 traitors are in JAIL.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 11, 2025
शिवम् दीक्षित एक अनुभवी भारतीय पत्रकार, मीडिया एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता, और डिजिटल रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2015 में पत्रकारिता की शुरुआत मनसुख टाइम्स (साप्ताहिक समाचार पत्र) से की। इसके बाद वे संचार टाइम्स, समाचार प्लस, दैनिक निवाण टाइम्स, और दैनिक हिंट में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया, जिसमें रिपोर्टिंग, डिजिटल संपादन और सोशल मीडिया प्रबंधन शामिल हैं।
उन्होंने न्यूज़ नेटवर्क ऑफ इंडिया (NNI) में रिपोर्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में काम किया, जहां इंडियाज़ पेपर परियोजना का नेतृत्व करते हुए 500 वेबसाइटों का प्रबंधन किया और इस परियोजना को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिलाया।
वर्तमान में, शिवम् राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य (1948 में स्थापित) में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं।
शिवम् की पत्रकारिता में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दों और तथ्यपरक रिपोर्टिंग पर जोर रहा है। उनकी कई रिपोर्ट्स, जैसे नूंह (मेवात) हिंसा, हल्द्वानी वनभूलपुरा हिंसा, जम्मू-कश्मीर पर "बदलता कश्मीर", "नए भारत का नया कश्मीर", "370 के बाद कश्मीर", "टेररिज्म से टूरिज्म", और अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के बदलाव जैसे "कितनी बदली अयोध्या", "अयोध्या का विकास", और "अयोध्या का अर्थ चक्र", कई राष्ट्रीय मंचों पर सराही गई हैं।
उनकी उपलब्धियों में देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान (2023) शामिल है, जिसे उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार खान की साजिश को उजागर करने के लिए प्राप्त किया। यह सम्मान 8 मई, 2023 को दिल्ली में इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र (IVSK) द्वारा आयोजित समारोह में दिया गया, जिसमें केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, RSS के सह-प्रचार प्रमुख नरेंद्र जी, और उदय महुरकर जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिवम् की लेखन शैली प्रभावशाली और पाठकों को सोचने पर मजबूर करने वाली है, और वे डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे हैं। उनकी यात्रा भड़ास4मीडिया, लाइव हिन्दुस्तान, एनडीटीवी, और सामाचार4मीडिया जैसे मंचों पर चर्चा का विषय रही है, जो उनकी पत्रकारिता और डिजिटल रणनीति के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
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