नई दिल्ली । भारत की अर्थनीति और कृषि व्यापार पर अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को लेकर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन भारतीय एग्रो इकोनोमिक रिसर्च सेंटर (BAERC) के तत्वावधान में किया गया। यह विचार मंथन पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित लघु उद्योग भारती के सभागार में सम्पन्न हुआ।
संगोष्ठी का उद्घाटन मा. दिनेश कुलकर्णी (मार्गदर्शक, BAERC एवं अखिल भारतीय संगठन मंत्री, भारतीय किसान संघ) और एडवोकेट प्रमोद कुमार चौधरी (अखिल भारतीय अध्यक्ष, BAERC) की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।
इस संगोष्ठी में देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं ने हिस्सा लिया। प्रमुख विषयों में भारत का कृषि निर्यात प्रोफाइल, अमेरिकी टैरिफ का उस पर प्रभाव, भारत के द्विपक्षीय व्यापार समझौते, डब्ल्यूटीओ के तहत टैरिफ प्रतिबद्धताओं की प्रासंगिकता, बहुध्रुवीय व्यापार व्यवस्था में भारतीय कृषि की भूमिका, व्यापार बनाम खाद्य संप्रभुता, कृषि में टैरिफ के चलते उभरते अवसर, और भारतीय कृषि व्यापार नीति का रोडमैप जैसे ज्वलंत मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
इस अवसर पर डॉ. विजयपाल शर्मा (अध्यक्ष, कृषि उपज लागत एवं मूल्य आयोग), डॉ. सचिन कुमार शर्मा (प्राध्यापक, सेंटर फॉर डब्ल्यूटीओ स्टडीज), श्री अश्विनी महाजन (अखिल भारतीय सह संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच), डॉ. राकेश मोहन जोशी (कुलपति, भारतीय विदेश व्यापार संस्थान), डॉ. भरत कुलकर्णी (अध्यक्ष, इंडो ग्लोबल एसएमई चैंबर) तथा डॉ. हरबीर सिंह (मुख्य संपादक, रूरल वॉइस) जैसे विशेषज्ञों ने सरल और सटीक भाषा में अपने विचार रखे।
संगोष्ठी में यह बात सामने आई कि अमेरिकी टैरिफ नीति के चलते उत्पन्न होने वाली चुनौतियों के बावजूद भारत की दूरदर्शी नीतियों के चलते कृषि व्यापार के क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। नीति आयोग, अकादमिक जगत और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस विचार को साझा किया कि भारत को वैश्विक मंचों पर अपनी कृषि नीति और व्यापार रणनीति को और मजबूती से प्रस्तुत करने की आवश्यकता है।
इस कार्यक्रम में डॉ. मकरंद करकरे (महामंत्री, BAERC), डॉ. रांका सक्सेना (वरिष्ठ सलाहकार, कृषि नीति – नीति आयोग), डॉ. स्मिता सिरोही (अर्थशास्त्री, डेयरी), डॉ. ऋतंभरा (प्राध्यापक, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, समस्तीपुर), हरपाल सिंह डागर (प्रांताध्यक्ष, भारतीय किसान संघ – दिल्ली), दीपेन्द्र चाहर (भारतीय मजदूर संघ), और ई. सुहास मनोहर (कोषाध्यक्ष) जैसे अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. श्रवण कुमार दुबे (अखिल भारतीय उपाध्यक्ष, BAERC) द्वारा किया गया तथा समापन दिनेश कुलकर्णी जी के प्रेरणादायक उद्बोधन के साथ हुआ।
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