Bangladesh : मजहबी उन्मादियों का दिमागी दिवालियापन हुआ साबित, फतवा देकर काटा बरगद का पुराना पेड़, हिन्दुओं में आक्रोश
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Bangladesh : मजहबी उन्मादियों का दिमागी दिवालियापन हुआ साबित, फतवा देकर काटा बरगद का पुराना पेड़, हिन्दुओं में आक्रोश

गांव के हिन्दू लोग जिस पेड़ में जादुई शक्तियों का वास मानते थे, उसके कटने से कट्टर मुस्लिमों को बड़ी राहत मिली। मौलवियों ने 'काट डालो' का फरमान जारी किया था

by Alok Goswami
May 6, 2025, 02:52 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
वीडियो में कुर्ता—लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं

वीडियो में कुर्ता—लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

यूं तो इस्लामवादी उन्मादी तत्व अपनी पाशविक करतूतों और कट्टरपंथी सोच की वजह से आज पूरे सभ्य जगत में बदनाम हो चले हैं। लेकिन वे दिमागी दिवालिएपन की भी नित नई मिसालें पेश करते रहे हैं। उनके दिमागों में ‘काफिरों’ का ऐसा खौफ बैठ चुका है कि ‘गैर मुस्लिम’ की आस्था से जुड़ी हर चीज से उन्हें खतरा मालूम देता है। बांग्लादेश में इसका ताजा उदाहरण देखने में आया है। वहां एक स्थान पर दो साल् पुराना बरगद का पेड़ था जिसे स्थानीय हिन्दू पवित्र मानकर पूजते आ रहे थे। बस इसी बात को मजहबी उन्मादियों ने ‘खौफ की वजह’ बना लिया और उस प्राचीन पेड़ को ‘शिर्क’ बताकर काट दिया। इस हरकत के पीछे जहां उनका भय वजह था वहीं स्थानीय हिन्दुओं को उकसाना और अपमानित करने की सोच भी इसकी एक बड़ी वजह बनी। स्वाभाविक ही, उस प्राचीन और पूज्य पेड़ के कटने से स्थानीय हिंदू समाज बहुत आहत महसूस कर रहा है। लेकिन मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के राज में इस्लामवादियों की यह करतूत बड़ी शान से प्रचारित की जा रही है।

साफ है कि शेख हसीना के कुर्सी के हटने के बाद से ही बांग्लादेश उन्मादी गर्त में जा रहा है। वहां मुस्लिम उन्मादी हर महकमे, समाज जीवन के ​हर क्षेत्र पर अपना दबदबा बना रहे हैं। वहां सरकार या समाज के स्तर पर होने वाले फैसलों को वे प्रभावित करना अपना शरियाई हक समझते हैं।

बांग्लादेश में हिन्दुओं को अपमानित, प्रताड़ित करने के कितने ही कृत्य इन मजहबी उन्मादियों ने पिछले 8 महीनों में किए हैं। प्राचीन बरगद के पेड़ को काटना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी, हिन्दुओं द्वारा पूजित उस पेड़ को काटकर उनके ‘मजहब’ को भयमुक्ति का एहसास हुआ होगा। उसे क्यों काटा? मजहबी उन्मादियों ने फतवा जारी किया हुआ उस बरगद के विरुद्ध। समाचार बताते हैं कि मदारीपुर जिले में शिराखारा के आलममीर कंडी नाम के गांव की यह घटना है। यहां 200 वर्ष पुराना बरगद का पेड़ हिन्दू तीज त्योहर पर पूजने की लंबी परंपरा चली आ रही थी। कल उन्मादी आरे लेकर आए और पेड़ को देखते देखते काट डाला। काटने के बाद उसे जड़ समेत उखाड़ डाला गया। फिर जश्न मनाया गया। ‘मजहब’ पर आया ‘खतरा’ बचने का जश्न मनाया गया।

BANGLADESH 🇧🇩

This is a 200 year old banyan tree, here the minority Hindu community of Bangladesh comes and worships the tree,

That is why the Islamic terrorists of Bangladesh are cutting down this tree.

So that the Hindu community can no longer worship here.

Think about… pic.twitter.com/UgkYblFuLE

— Bapan.k (@bapanbkv) May 6, 2025

‘फतवे’ पर अमल करके उसकी मुनादी की गई। सोशल मीडिया पर पेड़ के कटते हुए फोटो, वीडियो साझा किये गए। वीडियो में कुर्ता-लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं। बेहद घना पेड़ न सिर्फ वहां छाया दे रहा था बल्कि एक सकारात्मक माहौल भी बनाए हुए था। हिन्दू परंपरा में बरगद और पीपल को पूजने का महात्म है। पर्वों पर तो इन पेड़ों की विशेष पूाज की जाती है। इसलिए भी स्थानीय मजहबी उन्मादी चिढ़े रहते थे उस पेड़ से। हिन्दू आस्था पर आरा चलाना तो शायद उनके ‘मजहब’ में पाक माना जाता है। बताते हैं हिन्दू यहां दीये जलाते थे, मन्नते मांगते थे और वे पूरी भी होती थीं। लेकिन स्थानीय मौलवियों को यह पेड़ ‘शिर्क’ लगता था, सो ‘शिर्क’ के विरुद्ध फतवा दे दिया गया। शिर्क का मतलब है ‘खुदा को किसी अन्य चीज के साथ जोड़ने की जुर्रत करना और यह इस्लाम में हराम ठहराया जाता है। फतवा जारी हुआ तो मजहबी उन्मादियों की बांछें खिल गईं, तय दिन आरा लाकर पेड़ काटकर उन्हें सुकून मिला।

गांव के हिन्दू लोग जिस पेड़ में जादुई शक्तियों का वास मानते थे, उसके कटने से कट्टर मुस्लिमों को बड़ी राहत मिली। बताते हैं गत गत 2 मई के दिन मौलवियों ने एक मीटिंग की और तय किया कि पेड़ पूजना ‘शिर्क’ में आता है। यह इस्लाम विरोधी काम है। बस, काट डालो का फरमान जारी हो गया। कई उन्मादी तो उछल—उछलकर बरगद पर कुल्हाड़ियां चला रहे थे तो कुछ आरे से उसे रेत रहे थे।

Topics: oppressionfatwaफतवाyunus#muslim#hinduमुस्लिमbangladeshहिन्दू
Share9TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और भारत-विरोधी सियासत: भारत के लिए नई चुनौती

झांगुर बाबा जाति के आधार पर लड़कियों को बनाता था निशाना, इस्लामिक कन्वर्जन के लिए देता था मोटी रकम

आरोपी लड़का इस पूरे मामले को अपने मोबाइल से रिकार्ड करता रहा

‘The Kerala Story’ : हिन्दू लड़की को अगवा किया, छुड़ाने गए पुलिस अफसरों को ही धमकाता रहा SDPI का मजहबी उन्मादी

Turkish plan against india

तुर्की का भारत विरोधी एजेंडा: बांग्लादेश और पाकिस्तान के सहारे घेरने की साजिश, निशाने पर ये राज्य

हिंदू छात्रों से पढ़वाया गया कलमा

कोटा: स्कूल में हिंदू छात्रों से कलमा पढ़वाने का वीडियो वायरल, जांच शुरू

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies