दमोह, (हि.स.)। बाल संरक्षण आयोग की टीम ने सोमवार को दमोह जिले ग्राम टोरी में कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अनेक अनिमिततायें देखने को मिलीं। बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डा.निवेदिता शर्मा एवं ओंकार सिंह ने कहा कि यह शिक्षा विभाग एवं संबधित विभाग को देखना चाहिये कि छात्रावास एवं विद्यालय में किस प्रकार की गतिविधियां संचालित हो रहीं है।
उक्त छात्रावास के संबध में आयोग को कई शिकायतें मिली थीं, इसी की जांच के लिये टीम यहां पहुंची थी। निरीक्षण के दौरान छात्रावास की अधीक्षिका नहीं मिली, जबकि छात्रावास में चौकीदार सनातन के विरोध एवं अन्य धर्म को सर्वश्रेष्ठ बताने वाले साहित्य का अध्ययन करते पाया गया। यहां पर गंदगी थी। मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिलने की बात छात्राओं ने बतायी। छात्रावास में दैनिक उपयोग में आने वाले एवं खाने का सामान भारी मात्रा में विक्रय के लिये पाया गया जिसमें अधिकांश एक्सपायर डेट का था।

चौकीदार के अनुसार यह सामान अधीक्षिका के लिये बिक्री लिये उपलब्ध कराती हैं। चौकीदार ने धर्म विशेष का साहित्य पढ़कर भी सुनाया। समीप के शासकीय विघालय में जब आयोग के सदस्य पहुंचे तो वहां पर प्रयोगशाला कबाड़ के रूप में एवं गंदगी एवं भारी धूल होने पर सदस्यों ने आपत्ति दर्ज करायी। डॉ निवेदिता शर्मा ने बताया कि अनेक प्रकार की अनियमिताएं छात्रावास में मिली हैं। मेन्यू के अनुसार छात्राओं को भोजन न मिलना तथा साफ-सफाई न होना यहां पाया गया।
उन्होंने बताया कि यहां पर छात्राओं के अनुसार भगवान की पूजा नहीं करने दी जाती है। कुछ साहित्य मिले हैं जिससे प्रारंभिक दृष्टि में धर्म परिवर्तन के कार्य की भी आशंका है। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी आपत्तिजनक स्थिति में पाया गया है। मामला गंभीर है। शिक्षा विभाग तथा संबंधित विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए। आयोग अपनी रिपोर्ट जल्द ही प्रस्तुत करेगा।
बाल संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह ने बताया कि छात्रावास की अनेक शिकायत प्राप्त हो रही थीं। यहां एक दुकान भी संचालित मिली है, जिसमें अनेक एक्सपायरी डेट के समान बिक्री के लिए रखे गए थे। छात्रावास की चपरासी के अनुसार यह सामग्री छात्रावास अधीक्षक की है, जो सामग्री का विक्रय भी करवाती है। बाल संरक्षण आयोग की टीम की अचानक छापामार कार्रवाई से वहां हड़कंप मचा था।
टिप्पणियाँ